भूगर्भ जलस्तर बढ़ाने को कानपुर विकास प्राधिकरण विकसित करेगा तालाब, नोडल अधिकारी नियुक्त
कानपुर के मसवानपुर में मामा तालाब का अस्तित्व कब्जों में गुम होने के बाद केडीए वीसी ने तालाबों को विकासित करके भूगर्भ जल संरक्षण की योजना तैयार की है और अधीक्षण अभियंता (विद्युत) को नोडल अधिकारी बनाया है।
कानपुर, जेएनएन। भूगर्भ जलस्तर बढ़ाने के लिए केडीए जोनवार पांच-पांच तालाबों को विकसित करेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए अधीक्षण अभियंता (विद्युत) को नोडल अधिकारी बनाया गया है। नगर निगम पहले ही तालाबों को विकसित करने के साथ ही पिकनिक स्पाट के रूप में विकसित कर रहा है। सीएसए और एचबीटीयू तालाब को नगर निगम विकसित कर रहा है।
इसी कड़ी में केडीए भी आवासीय योजनाओं को विकसित करने के साथ ही भूगर्भ जलस्तर बढ़ाने को लेकर कार्ययोजना तैयार कर रहा है। इसके लिए जोनवार तालाबों को चिन्हित किया जा रहा है। केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने विशेष कार्याधिकारी भैरपाल सिंह, डिप्टी कलेक्टर व्यास नारायण, तहसीलदार अजीत सिंह, अरसला नाज और अर्चना अग्निहोत्री को जिम्मेदारी सौंपी है। केडीए में चार जोन है हर जोन में पांच-पांच तालाब चिह्नित करके रिपोर्ट देने को कहा है। इसमें क्षेत्र का नाम, और स्थल के फोटोग्राफ देने होंगे। इस आदेश के बाद से अफसर अपने-अपने जोन में तालाबों को ढूंढने में जुट गए है।
प्रवर्तन दस्ते का बंटवारा
प्रवर्तन दस्ते को दो भागों में बांट दिया गया है। उपाध्यक्ष अरङ्क्षवद ङ्क्षसह ने आदेश दिए हैैं कि अपर सचिव डा गुडाकेश जोन एक, दो और माती (कानपुर देहात) और सचिव एसपी ङ्क्षसह जोन तीन व चार का कार्य भार देखेंगे। इसके अलावा उन्नाव- शुक्लागंज और बिठूर का प्रवर्तन क्षेत्र प्रवर्तन (जोन एक) के तहत आता है। इसको देखते हुए उन्नाव-शुक्लागंज और बिठूर का प्रवर्तन क्षेत्र प्रवर्तन (जोन एक) के तहत देखा जाएगा।