कानपुर के जिला अस्पताल के ब्लड बैंक की लाइसेंस अवधि समाप्त, डेढ़ माह से नवीनीकरण का इंतजार
कानपुर में जिला उर्सला अस्पताल में ब्लड बैंक और ब्लड कम्पोनेंट का लाइसेंस एक माह पहले समाप्त हो गया था नवीनीकरण के लिए निदेशक ने औषधि नियंत्रक को पत्र लिखा है। हालांकि ब्लड बैंक संचालन में कोई समस्या न अाने की बात कही है।
कानपुर, जेएनएन। उर्सला अस्पताल के ब्लड बैंक एवं ब्लड कम्पोनेंट का लाइसेंस समाप्त हो गया है। अस्पताल की निदेशक ने उत्तर प्रदेश के औषधि नियंत्रक (ड्रग कंट्रोलर) को पत्र लिखकर लाइसेंस नवीनीकरण का आग्रह किया है। ताकि बिना रुकावट ब्लड बैंक का संचालन किया जा सके। पत्र मिलने के बाद ड्रग कंट्रोलर के निर्देश पर ड्रग इंस्पेक्टर ब्लड बैंक का निरीक्षण कर उन्हें रिपोर्ट भेजेंगे । उसके बाद ही लाइसेंस का नवीनीकरण हो सकेगा। वहीं, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि यह रुटीन प्रक्रिया है। इसकी वजह से ब्लड बैंक के संचालन में कोई असर नहीं पड़ेगा।
उर्सला अस्पताल के ब्लड बैंक का लाइसेंस यूपी/बीएंडबी पी/2011/08 दिनांक 29 जुलाई 2011 की वैधता अवधि 28 जुलाई 2021 तक ही थी। ब्लड बैंक के लाइसेंस की अवधि समाप्त होने बाद शासन ने रिमाइंडर दिया था। इस पर उर्सला अस्पताल की निदेशक ने लाइसेंस नवीनीकरण के लिए 10 सितंबर को औषधि नियंत्रक के लखनऊ स्थित कार्यालय को पत्र लिखा है । उसमें बताया गया है कि औषधि नियंत्रक के पत्र संख्या ड्रग/4572/1312 लखनऊ के दिनांक 30 मई 2018 को भेजे पत्र के माध्यम से उर्सला अस्पताल के ब्लड बैंक के लाइसेंस का नवीनीकरण करते हुए वैधता प्रमाणपत्र भेजा था, जो 28 जुलाई 2021 तक मान्य था ।
-ब्लड बैंक के लाइसेंस की वैधता अवधि बढ़ाने के लिए निदेशक के माध्यम से पत्र भेजा गया है। इसकी वजह से ब्लड बैंक के संचालन एवं व्यवस्था में कोई दिक्कत नहीं आती है। इस बार ब्लड बैंक की वैधता अवधि जुलाई 2026 तक बढ़ाई जानी है। -डा. एसके मिश्रा, प्रभारी, ब्लड बैंक, उर्सला अस्पताल।
-सरकारी ब्लड बैंक के नवीनीकरण में कोई शुल्क नहीं पड़ता है। सिर्फ उन्हें लखनऊ में औषधि नियंत्रक के यहां आवेदन कराना होता है। उर्सला ब्लड बैंक में पैथालाजिस्ट, डाक्टर, नर्स, टेक्नीशियन आदि के मानक पहले से ही पूरे हैं। -संदेश मौर्या, ड्रग इंस्पेक्टर।