घर के अंदर खड़ी कार का काटा चालान, दो सप्ताह से अभियान चला रही कानपुर ट्रैफिक पुलिस
कानपुर में रहने वाले पीडि़त ने कार का चालान मिलने पर आनलाइन शिकायत की तो आरटीओ से मिलकर समस्या हल करने की सलाह दी गई है। कानपुर की ट्रैफिक पुलिस दो सप्ताह से चेंकिंग अभियान चला रही है।
कानपुर, जेएनएन। हाईटेक हो रही ट्रैफिक पुलिस बिना किसी जांच और डाटा वैरीफिकेशन के ही लोगों को चालान भेज रही है। ऐसा ही कल्याणपुर के एक ठेकेदार के साथ हुआ है, जिनकी कार दो माह से घर पर खड़ी होने के बाद भी ट्रैफिक पुलिस ने किसी दूसरी गाड़ी का चालान उनके नंबर पर बिना सीटबेल्ट और टूटी नंबर प्लेट का भेज दिया। पीडि़त ने इसकी शिकायत पोर्टल पर की तो उन्हें आरटीओ से मिलकर समस्या को हल कराने की सलाह दे दी गई। पीडि़त अब चालान को लेकर परेशान है।
महाबलीपुरम निवासी संतोष कुमार ठेकेदारी करते हैं। संतोष ने बताया कि उनके पास फोर्ड फिगो कार है। दो माह से कोरोना के चलते उन्होंने कार निकाली ही नहीं। दो दिन पहले उनके पास मोबाइल पर एक मैसेज आया, जिसमें उनकी गाड़ी यूपी 35 आर 0035 का छह हजार का चालान था। उन्होंने देखा तो सीट बेल्ट न पहनने और टूटी नंबर प्लेट का चालान किया गया था। उनकी नजर गाड़ी की फोटो पर पड़ी तो जिस गाड़ी का चालान हुआ था वह दूसरी कंपनी की गाड़ी थी। इस पर उन्होंने ट्रैफिक विभाग के पोर्टल पर चालान के निस्तारण के लिए शिकायत दर्ज कराई तो उसका 24 घंटे बाद जवाब मिला कि आप अपनी समस्या को स्थानीय आरटीओ में जाकर निस्तारित कराएं। संतोष का आरोप है, यह ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही है। बिना नंबर प्लेट या आरसी चेक किए सिर्फ फोटो खींचकर चालान किया है। फर्जी नंबर प्लेट लगाकर लोग गाडिय़ां चला रहे हैं। इसकी कई शिकायतें मिली हैं। इसे लेकर ट्रैफिक पुलिस दो सप्ताह से अभियान भी चला रही है। अगर ऐसा है तो चालान निरस्त किया जाएगा। -बीबीजीटीएस मूर्ति, डीसीपी ट्रैफिक