NHAI के संयुक्त सचिव से मिले स्मार्ट सिटी निदेशक, सचेंडी बाईपास को जीटी रोड का हिस्सा बनाने का रखा प्रस्ताव

मंडलायुक्त के प्रतिनिधि के रूप में। मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमित घोष से मुलाकात कर उन्हें कई प्रस्ताव सौंपे और सुझाव दिए। मंधना से एलीवेटेड रोड बनाकर बैराज मार्ग को जोडऩे का सुझाव भी दिया। उन्हें कई प्रस्ताव सौंपे और सुझाव दिए।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 09:20 AM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 09:20 AM (IST)
NHAI के संयुक्त सचिव से मिले स्मार्ट सिटी निदेशक, सचेंडी बाईपास को जीटी रोड का हिस्सा बनाने का रखा प्रस्ताव
कानपुर में बनने वाली रिंग राेड की सांकेतिक तस्वीर।

कानपुर, जेएनएन। शहर के यातायात को जाम से मुक्त करने के लिए दैनिक जागरण की ओर से शुरू की गई मुहिम रंग लाने लगी है। मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने रिंग रोड के अलाइनमेंट को स्वीकृत करने और मंधना-जीटी रोड बाईपास को कानपुर-अलीगढ़ जीटी रोड का हिस्सा बनाने की कवायद तेज की है। इसी कड़ी में उन्होंने स्मार्ट सिटी मिशन के निदेशक और उच्च स्तरीय समग्र विकास समिति के समन्वयक नीरज श्रीवास्तव को बतौर प्रतिनिधि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भेजा था। नीरज ने वहां मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमित घोष से मुलाकात कर उन्हें कई प्रस्ताव सौंपे और सुझाव दिए।

शहर को जाम से मुक्त रखने के लिए रिंग रोड ही एकमात्र समाधान है, लेकिन इससे पहले अगर मंधना से सचेंडी तक बाईपास बन जाए तो समस्या का काफी हद तक समाधान हो सकता है। नीरज ने संयुक्त सचिव से 106 किमी रिंग रोड का अलाइनमेंट जल्द से जल्द स्वीकृत कराने का अनुरोध किया, ताकि मंडलायुक्त की ओर से राज्य सरकार की अंशधारिता का निर्धारण कराने की प्रक्रिया शुरू कराई जा सके। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ से कानपुर आ रही जीटी रोड को फोरलेन बनाया जा रहा है। अगर सचेंडी बाईपास को जीटी रोड का हिस्सा मानते हुए इसका विस्तार कर दिया जाए तो शहर को जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। प्रविधानों के तहत दो हाईवे को जोडऩे में कोई विशेष दिक्कत नहीं आती है। जीटी रोड की लंबाई भी 21 किमी बढ़ जाएगी। संयुक्त सचिव ने उनके प्रस्ताव का परीक्षण कराने के आदेश अफसरों को दिए हैं।  

मंधना के पास एलीवेटेड रोड बनाकर बैराज मार्ग से जोड़ें

मंधना के पास जीटी रोड पर फ्लाईओवर बनना है। ऐसे में बैराज से मंधना की ओर आकर कन्नौज की ओर जाने वाले लोगों को जाम में फंसकर सर्विस रोड से होते हुए फ्लाईओवर पर चढऩा होगा। इससे दिक्कत आएगी। इस समस्या को मंडलायुक्त ने महसूस किया और नीरज से मंधना के पास जीटी रोड को फोरलेन एलीवेटेड रोड बनाकर बैराज मार्ग से जोडऩे का प्रस्ताव बनाने को कहा था। नीरज ने संयुक्त सचिव से इसकी चर्चा की। कहा कि मंधना से बैराज होते हुए कानपुर- लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग जीटी रोड से जुड़ गया है। इससे चौबेपुर ,रसूलाबाद, शिवली आदि क्षेत्रों के बड़ी संख्या में लोग मंधना से बैराज के रास्ते ही लखनऊ आते जाते हैं। भविष्य में बैराज मार्ग फोर लेन करने की तैयारी है। ऐसे में अगर एलीवेटेड रोड बनाकर मंधना से बैराज मार्ग को जोड़ दिया जाएगा तो इसका लाभ लोगों को मिलेगा। संयुक्त सचिव ने इस प्रस्ताव का परीक्षण कराने का भी आश्वासन दिया।

बैराज मार्ग से एक्सप्रेस वे को जोडऩे का प्रस्ताव

स्मार्ट सिटी निदेशक ने संयुक्त सचिव अमित घोष से कहा कि अगर कानपुर- लखनऊ  ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे को आजाद मार्ग से होते हुए गंगा बैराज- मंधना मार्ग से जोड़ दिया जाए तो बेहतर होगा। इससे जीटी रोड भी इस एक्सप्रेस वे से जुड़ जाएगा।

इनका ये है कहना  शहर के यातायात को जाम से मुक्त करना हमारी प्राथमिकता में है। ङ्क्षरग रोड जैसी अहम परियोजनाएं जल्द मूर्त रूप लें इसके लिए जरूरी है कि मंत्रालय से निरंतर समन्वय होता रहे। इसीलिए स्मार्ट सिटी निदेशक को संयुक्त सचिव के पास भेजा था। जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।  - डॉ. राजशेखर, मंडलायुक्त  शहर को जाम मुक्त करने के लिए मंडलायुक्त की ओर से निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में संयुक्त सचिव से मुलाकात कर उन्हें कुछ प्रस्ताव दिए थे। कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इसके सकारात्मक परिणाम जल्द ही सभी के सामने होंगे।  - नीरज श्रीवास्तव, निदेशक स्मार्ट सिटी मिशन

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