बेरोजगार युवाओं और छात्र-छात्राओं को फर्स्ट एड के गुर सिखाएगी रेडक्रास सोसाइटी

जिला रेडक्रास सोसाइटी के सचिव ने जिलाधिकारी को प्रस्ताव दिया है ताकि सरकारी और निजी संस्थानों में फर्स्ट एड की बढ़ती अनिवार्यता को देखते हुए युवाओं बेरोजगारों और छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जा सके। तीन दिन का प्रशिक्षण में 30लोग शामिल किए जाएंगे‌‌।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 02:56 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 02:56 PM (IST)
बेरोजगार युवाओं और छात्र-छात्राओं को फर्स्ट एड के गुर सिखाएगी रेडक्रास सोसाइटी
जिला रेडक्रास सोसाइटी ने डीएम को प्रस्ताव दिया है।

कानपुर, जेएनएन। रेड क्रास सोसाइटी अब लोगों को फर्स्ट एड में पारंगत करेगी, इसके लिए खास प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने की तैयारी की जा रही है। इसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं, बेरोजगारों और छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। डीएम से प्रशिक्षण कैंप के लिए जगह सुनिश्चित करने की मांग की गई है। 

सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में फर्स्ट एड प्रशिक्षण की अनिवार्यता धीरे धीरे बढ़ रही है। ऐसे में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग प्रशिक्षण के लिए जिला रेडक्रास सोसाइटी के कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। जरूरतों को देखते हुए रेड क्रॉस सोसाइटी के अवैतनिक सचिव ने प्रशर कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है। इसका प्रस्ताव अनुमोदन के लिए रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष जिलाधिकारी के पास भेजा है।

जिला रेडक्रास सोसाइटी ऐसे जरूरतमंद बेरोजगारों से लेकर छात्रा-छात्राओं को फर्स्ट एड की ट्रेनिंग (प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण) प्रदान करेगी। इसमें सीपीआर की ट्रेनिंग, साधारण और गंभीर घाव की ड्रेसिंग का तरीका भी बताया जाएगा। हादसे में घायल होने की स्थिति में रक्तस्राव यानी बहते खून को रोकने का उपाय भी बताया जाएगा। प्रशिक्षण शुरू करने के लिए जगह का बंदोबस्त करने के लिए जिलाधिकारी से आग्रह किया गया है।

दीपावली बाद शुरू होगा प्रशिक्षण : जिला रेडक्रास सोसाइटी के अवैतनिक सचिव आरके सफ्फड़ ने बताया कि कई नौकरियों में फर्स्ट एड के प्रशिक्षण को अनिवार्य कर दिया गया है। इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए जिलाधिकारी से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की अनुमति मांगी है। तीन दिन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिसमें 30लोग शामिल किए जाएंगे‌‌।

प्रशिक्षण के लिए मांगी जगह : रेडक्रास सोसाइटी दीपावली बाद नियमित प्रशिक्षण प्रदान करेगी। इसके लिए जगह का भी इंतजाम किया जाना है। इसके लिए भी डीएम से आग्रह किया गया है। जगह नहीं मिलने की स्थिति में स्कूलों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। जिसमें छात्र-छात्राएं भी शामिल होंगे।

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