कानपुर: पालीटेक्निक में उद्योग और बाजार मांग के मुताबिक होंगे कोर्स, 13 कोर्स में हो सकेगा बदलाव

देश में कंपनियां और उद्योग उत्पादन बढ़ाने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। यहां अधिक से अधिक आटोमेटिक डिजिटल और तेज गति से काम करने वाली मशीनें लगाई जा रही हैं। कई मशीनें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इंटरनेट आफ थिंग्स से लैस रहती हैं।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 03:05 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 03:05 PM (IST)
कानपुर: पालीटेक्निक में उद्योग और बाजार मांग के मुताबिक होंगे कोर्स, 13 कोर्स में हो सकेगा बदलाव
राजकीय पालीटेक्निक कानपुर की खबर से संबंधित सांकेतिक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। पालीटेक्निक के छात्रों को और भी बेहतर कंपनियों, उद्योगों, सरकारी विभागों में नौकरी मिल सके, उसके लिए मजबूत तैयारी हुई है। यहां संचालित 13 ब्रांच के कोर्स के प्रारूप में बदलाव किया गया है। इसका प्रस्ताव बोर्ड आफ टेक्निकल एजुकेशन के पास भेजा है। कोर्स को उद्योग और बाजार की मांग के अनुरूप डिजाइन किया गया है। यह बदलाव नए सत्र से किया जा सकते हैं।

देश में कंपनियां और उद्योग उत्पादन बढ़ाने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। यहां अधिक से अधिक आटोमेटिक, डिजिटल और तेज गति से काम करने वाली मशीनें लगाई जा रही हैं। कई मशीनें  आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, इंटरनेट आफ थिंग्स से लैस रहती हैं, जिसके संचालन के लिए अलग से विशेषज्ञों को नियुक्त करना पड़ता है। इस अवसर को देखते हुए प्राविधिक शिक्षा निदेशालय और शोध विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान ने 13 कोर्स का प्रस्ताव बनाकर बोर्ड के पास भेज दिया है। निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि कोर्स में नई तकनीक को शामिल किया गया है। छात्रों को डिप्लोमा करने के बाद फायदा मिलेगा। यह नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए भी मुफीद रहेगा।

इन कोर्स में हो सकता बदलाव: आर्किटेक्चरल असिस्टेंटशिप, इंटीरियर डिजाइन एंड डेकोरेशन, एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, पेंट टेक्नोलागी, केमिकल इंजीनियरिंग (पेट्रोकेमिकल), केमिकल टेक्नोलाजी (फर्टिलाइजर), केमिकल टेक्नोलाजी (रबर एंड प्लास्टिक), ग्लास एंड सिरेमिक इंजीनियरिंग, प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलाजी, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग, पीजी डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन, पीजी डिप्लोमा इन वेब डिजाइनिंग।

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