कानपुर में मर्यादा भूली पुलिस.., पीडि़ता से बोले थाना प्रभारी, डिटेल में बताओ कैसे हुआ दुष्कर्म

कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र के एसओ पर दुष्कर्म पीडि़ता ने गंभीर आरोप लगाए। एसीपी ने एफआइआर के आदेश दिए थे जिसे भी रद्दी की टोकरी में डाल दिया। अब पूरे प्रकरण में पुलिस आयुक्त ने जांच के आदेश दिए हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 09:58 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 09:58 AM (IST)
कानपुर में मर्यादा भूली पुलिस.., पीडि़ता से बोले थाना प्रभारी, डिटेल में बताओ कैसे हुआ दुष्कर्म
कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र का मामला है।

कानपुर, जेएनएन। सरकार भले ही नारी सशक्तीकरण को लेकर गंभीर है, लेकिन कई बार किरकिरी के बाद भी पुलिस का रवैया नहीं सुधर रहा। ताजा मामला चकेरी थाना प्रभारी अमित तोमर से जुड़ा है, जिन पर एक सामूहिक दुष्कर्म पीडि़ता ने केस से संबंधित पूछताछ में अश्लील वार्तालाप का आरोप लगाया है। यही नहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी छावनी ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था, पर इंस्पेक्टर ने उनका आदेश भी रद्दी की टोकरी में डाल दिया। पुलिस आयुक्त ने जांच के आदेश दिए हैं।

पीडि़त महिला के मुताबिक उनके घर के पास बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने आने वाला एक युवक 14 जून को उन्हें अगवा कर उन्नाव ले गया। आरोपित ने वहां दो साथियों के साथ सात दिनों तक बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। उसका अश्लील वीडियो बना लिया। आरोप है कि जब उन्होंने पुलिस से शिकायत की तो आरोपितों ने पुलिस से साठगांठ करके दबाव डलवाया कि अगर उसने आरोप लगाए तो उससे जुड़े वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिए जाएंगे।

उससे जबरन अपने पक्ष में बयान दर्ज करवा लिए। वह शिकायत लेकर एसीपी छावनी के पास पहुंची तो उन्होंने मुकदमा दर्ज करने का आदेश देते हुए थाना प्रभारी अमित तोमर के पास भेजा। जब वह थाना प्रभारी से मिली और घटनाक्रम बताया तो इंस्पेक्टर ने उनसे दुष्कर्म कैसे हुआ, इसे डिटेल में बताने को कहा। इसके अलावा अश्लील तरीके से कई कमेंट किए। महिला के बयान का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ा।

-पीडि़ता मेरे पास आई थी। मैंने एसओ को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। आगे क्या हुआ संज्ञान में नहीं है। -अशोक कुमार, एसीपी छावनी

-महिला द्वारा इंस्पेक्टर पर लगाए आरोप गंभीर हैं। मामले में जांच के आदेश दिए हैं। आरोप सच निकले तो कार्रवाई होगी। -असीम अरुण, पुलिस आयुक्त

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