बच्ची का कलेजा खाने वाले नरभक्षी दंपती पर NSA, कानपुर के घाटमपुर में हुई थी दिल दहलाने वाली घटना
कानपुर के घाटमपुर के एक गांव में दीपावली की रात अपहरण के बाद बच्ची की हत्या कर दी गई थी पुलिस ने दंपती समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार करके घटना का खुलासा किया था। इसमें दंपती द्वारा बच्ची का कलेजा खाने की बात सामने आई थी।
कानपुर, जेएनएन। पिछले साल दीपावली की रात बच्ची का अपहरण व सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या करके उसका कलेजा निकालकर खाने की घटना सुनकर सभी के दिल दहल गए थे। घटना में बच्ची का कलेजा खाने वाले नरभक्षी दंपती समेत सभी आरोपितों पर अब राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है। डीएम की रिपोर्ट के आधार पर शासन ने आरोपितों के खिलाफ रासुका तामील कराने की अनुमति दी है। इसके साथ ही शनिवार को घाटमपुर में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद जेल में नोटिस भी तामील करा दी गई।
दीपावली की रात की गई थी हत्या
घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी सात वर्षीय बच्ची की हत्या कर दी गई थी। दूसरे दिन उसका क्षत विक्षत शव गांव के बाहर एक खेत से बरामद हुआ था। बच्ची का गला काटने के बाद पेट फाड़कर फेफड़ा, लिवर और दिल निकाल लिया गया था। शव को कुत्तों द्वारा नोचे जाने के निशान भी मिले थे। बच्ची के हाथ पैर में लाल रंग लगा मिला था, जिसके बाद तत्र-मंत्र में हत्या किए जाने की आशंका थी। दो दिन बाद पुलिस ने जब इस मामले का पर्दाफाश किया तो खौफनाक घटनाक्रम सुनकर सभी के पांव तले जमीन खिसक गई थी।
पुलिस के मुताबिक, मामले में अंकुल व वीरन ने जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी। इसके बाद ही दोनों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई शुरू हुई थी। डीएम ने शासन को संस्तुति की थी, जिस पर शासन ने भी हरी झंडी दे दी है। इसके बाद शनिवार को थाना घाटमपुर में मुकदमा दर्ज हुआ और कानपुर देहात की माती जेल में बंद दोनों आरोपितों को रासुका का नोटिस तामील करा दिया गया।
संतान की चाहत में रोटी में रखकर खाया था बच्ची का कलेजा
मामले में पुलिस ने गांव के ही नि:संतान परशुराम को गिरफ्तार किया था। परशुराम ने किसी तंत्र-मंत्र की किताब में पढ़ा था कि बच्ची का कलेज खाने से उसकी पत्नी को बच्चा पैदा हो सकता है। इस पर उसने अपने भतीजे अंकुल को पांच सौ और उसके साथी वीरन कुरील को एक हजार रुपये देकर तैयार किया था। घटना की शाम करीब छह बजे अंकुल उर्फ हुला पटाखा दिलाने के बहाने बच्ची को घर से लेकर आया था। बच्ची का अपहरण करने के बाद दोनों ने शराब पी और उसके साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी थी। इसके बाद चाकू से पेट काटकर दिल निकाल कर परशुराम को जाकर दिया। परशुराम और उसकी पत्नी सुनैना ने रोटी में दिल रखकर खाया था।