बेटे की हत्या के बाद फरार पिता का सुराग नहीं, साक्ष्य मिटाने में शामिल थे परिवार के आठ सदस्य

कानपुर के बिधनू में पेट्रोल पंप मालिक के इकलौते बेटे की गोली लगने से मौत के मामले में पुलिस को जांच में परिवार के आठ लोगों पर साक्ष्य मिटाने का संदेह है जिनके नाम मुकदमे में बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 08:46 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 08:46 AM (IST)
बेटे की हत्या के बाद फरार पिता का सुराग नहीं, साक्ष्य मिटाने में शामिल थे परिवार के आठ सदस्य
बिधनू के द्विवेदी नगर में पेट्रोल पंप मालिक के बेटे की मौत का मामला।

कानपुर, जेएनएन। बिधनू के द्विवेदी नगर में पेट्रोल पंप मालिक के बेटे की गोली लगने से मौत मामले की छानबीन में सामने आया है कि परिवार के आठ सदस्य ऐसे हैं, जिन्होंने घटना छिपाने, साक्ष्य मिटाने का काम किया है। पूछताछ में उन लोगों ने मामले की जानकारी से भी इन्कार किया है। पुलिस अब इन आठ सदस्यों के नाम मुकदमे में बढ़ाने की तैयारी कर रही है।

पहाड़पुर द्विवेदी नगर निवासी पेट्रोल पंप मालिक मनोज द्विवेदी उर्फ बबलू का बुधवार रात 26 वर्षीय इकलौते बेटे कमल से नशेबाजी को लेकर विवाद हुआ था। बंदूक की छीनाझपटी में कमल के पेट में गोली लगने से मौत हो गई थी। गुरुवार तड़के करीब चार बजे मां गीता ने कंट्रोल रूम को बेटे के आत्महत्या करने की सूचना दी थी। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर छानबीन की थी। ऊपर कमरे से दो बंदूकें मिलीं थीं, जिन्हें पुलिस ने कब्जे में लिया था। गीता की तहरीर पर कमल के पिता मनोज उर्फ बबलू और पत्नी प्रीति के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। जबकि प्रीति उर्फ स्वीटी ने ससुर पर गोली मारकर हत्या का आरोप लगाया था। अलग-अलग कहानी से पुलिस किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकी है।

साक्ष्य मिटाने में शामिल रहा परिवार : पुलिस ने शुक्रवार को मृतक कमल की मां गीता के, जबकि रविवार को पत्नी प्रीति के बयान दर्ज किए थे। पुलिस के मुताबिक मामले में अधिकांश परिवार के लोगों ने पूछताछ में घटना की जानकारी से इन्कार किया है। परिवार के साथ कुछ बाहरी लोग घटना के बाद साक्ष्य मिटाने और घटना छिपाने में शामिल रहे हैं। पता चला है कि वारदात के बाद घर आए थे। अस्पताल भी गए और वहां से शव लेकर वापस घर लौटे। ऐसे आठ लोगों को चिह्नित किया गया है। इनके नाम मुकदमे में बढ़ाए जाएंगे।

नहीं खुला डीवीआर : हत्या, हादसा और आत्महत्या के बीच उलझी गुत्थी को पुलिस अभी सुलझा नहीं पाई है। डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकार्डर) न खुलने से अभी इस राज से पर्दा नहीं उठ पाया है। माना जा रहा है कि एक गलती से पूरे फुटेज खत्म हो सकते हैं। थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया, डीवीआर डीकोडिंग के लिए भेजा गया है। फिलहाल घर के बाहर स्थिति पेट्रोल पंप, आसपास की दुकानों के साथ गल्ला मंडी रूट तक के सीसीटीवी फुटेज निकलवाए जाएंगे।

फोन स्विच आफ होने से नहीं ट्रेस हुई लोकेशन : आरोपित बबलू ने घर से निकलते ही फोन स्विचआफ कर दिया था। सर्विलांस की मदद से उसकी लोकेशन ट्रेस करने के प्रयास पुलिस कर रही है। पुलिस के मुताबिक आरोपित के मोबाइल की आखिरी लोकेशन द्विवेदी नगर की ही निकली है। जिससे यह साफ है कि घर से निकलते ही उसने फोन बंद कर दिया था।

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