Kanpur Bribe Case: बैंक खाते में रिश्वत लेने वाले दारोगा की डीसीपी ने मांगी रिपोर्ट, अब निलंबन की तैयारी
सीआइएसएफ दारोगा के खिलाफ दर्ज घरेलू हिंसा मामले में विवचेना करने वाले दारोगा ने बैंक खाते में आनलाइन ट्रांसफर कराकर रिश्वत लिये जाने का आरोप पीड़ित महिला ने लगाया है। राज्य महिला आयोग में शिकायत के बाद पुलिस अफसरों ने जांच शुरू कराई है।
कानपुर, जेएनएन। घरेलू हिंसा में फंसे सीआइएसएफ के एक दारोगा को राहत देने के लिए रिश्वत की रकम अपने अकाउंट में आनलाइन मंगाने वाले घूसखोर दारोगा के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। डीसीपी ने एसीपी कल्याणपुर से पूरे प्रकरण में रिपोर्ट मांगी है। बुधवार की सुबह तक एसीपी को जांच रिपोर्ट देनी है, पर प्रारंभिक जांच के आधार पर दारोगा का निलंबन तय माना जा रहा है।
पनकी पावर हाउस निवासी सविता मिश्रा ने सीआइएसएफ में दारोगा पद पर तैनात अपने पति लक्ष्मीकांत मिश्रा के अलावा पति की पहली पत्नी के बेटे सुशील मिश्रा, जेठ राजेश्वर प्रसाद मिश्रा, जेठानी गौरा मिश्रा, जेठानी राजकुमारी मिश्रा, देवर विजयकांत मिश्रा और रीता शुक्ला ननद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि पति ने उनसे नाता तोड़ लिया है और बेटियों की परवरिश भी नहीं कर रहे। इस प्रकरण की जांच पनकी थाने के सब इंस्पेक्टर छोटे सिंह कर रहे हैं।
सविता का आरोप है कि विवेचक ने पति लक्ष्मीकांत को छोड़कर जांच के दौरान अन्य आरोपितों के नाम हटाकर क्लीन चिट दे दी। शादी के बाद पति ने एक संयुक्त बैंक खाता खुलवाया था। उन्होंने जब खाते की ट्रांजेक्शन डिटेल बैंक से ली तो सन्न रह गई। खाते से विवेचक को लाखों रुपये ट्रांसफर किए गए थे। उसने दारोगा के खाते में रुपये के लेनदेन के साक्ष्य भी उपलब्ध कराए। इसके बाद सविता ने अनिता दुआ के साथ राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर से मुलाकात की और पूरी जानकारी दी।
राज्य महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद पुलिस अफसर सक्रिय हुए और जांच शुरू कराई गई। मामला सुर्खियों में आया तो दारोगा की करतूत सामने आई। बैंक खाते में रिश्वत लेने की जानकारी के बाद पुलिस अफसर भी सन्न रह गए। वहीं महकमे में भी चर्चा शुरू हो गई। डीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि एसीपी कल्याणपुर से बुधवार सुबह तक जांच रिपोर्ट मांगी गई है। एसीपी ने मौखिक रुप से उन्हें बताया है कि विवेचक ने गड़बड़ी की है। अगर ऐसा ही रिपोर्ट में सामने आया तो दारोगा का निलंबन तय है।