कानपुर में आक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी में न्यूज चैनल के एमडी समेत चार गिरफ्तार
कानपुर शहर में पकड़े लोग समाजसेवा के नाम पर सांसों का सौदा कर रहे थे इसकी जानकारी के बाद पुलिस ने जाल बिछाया था। क्राइम ब्रांच और पनकी पुलिस ने ऑडियो रिकार्डिंग के आधार पर कार्रवाई की है।
कानपुर, जेएनएन। समाज सेवा के नाम पर लोगों को जाल में फंसाकर ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी करने वाले गिरोह के खिलाफ दैनिक जागरण ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम हरकत में आई। मंगलवार को टीम ने पनकी पुलिस के साथ मिलकर पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में छापेमारी करके आक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी में लिप्त न्यूज चैनल ए टू जेड के एमडी (मैनेजिंग डायरेक्टर) समेत समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके पास से बड़े छोटे कुल दस ऑक्सीजन सिलिंडर, एक कार और कई आइडी कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस गिरोह की दूसरी कड़ी की तलाश कर रही है। इसमें अपराधी सरगना और उसका शागिर्द शामिल है।
डीसीपी अपराध सलमान ताज पाटिल ने गिरोह का राजफाश करते हुए बताया कि आरोपित कोरोना काल में ऑक्सीजन सिलिंडर और मेडिकल से जुड़े उपकरणों की कालाबाजारी करने में लिप्त थे। काफी समय से पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में सिलिंडर की कालाबाजारी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद एक सिलिंडर के सौदेबाजी की रिकार्डिंग वायरल हुई। इसमें शातिर अपराधी का शागिर्द 55 हजार रुपये में ऑक्सीजन सिलिंडर का सौदा करने की बात कह रहा था।
नौ मई को दैनिक जागरण ने अपराधी कर रहे सिलिंडर की कालाबाजारी के शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम सक्रिय हुई और कालाबाजारी में लिप्त गिरोह के कुछ सदस्यों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए गए। इसके आधार पर क्राइम ब्रांच और पनकी पुलिस ने छापेमारी करके दबौली गोविंद नगर निवासी न्यूज चैनल ए टू जेड के एमडी अश्वनी जैन, गोविंदनगर निवासी ऋषभ जैन, कर्रही बर्रा निवासी प्रदीप बाजपेई और अभिषेक तिवारी को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपितों के पास से चार बड़े, छह छोटे ऑक्सीजन सिङ्क्षलडर मिले हैं। डिलीवरी पहुंचाने में इस्तेमाल होने वाली एक वैगनआर कार भी बरामद हुई है। आरोपितों के खिलाफ पनकी थाने में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
मेरठ से 80-90 सिलिंडर लाने की हुई जानकारी
डीसीपी क्राइम ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित दो माह पहले मेरठ से 80-90 सिलिंडर लेकर आए थे। यहां सिलिंडर भराने के बाद बड़े सिलिंडर 55 हजार और छोटे सिलिंडर 35-40 हजार रुपये में बेचते थे। अब तक करीब 80 जरूरतमंदों को अपने जाल में फंसा कर 55 और 40 हजार रुपये में सिलिंडर बेचने की बात सामने आई है। मेरठ में सिलिंडर कहां से और कितने में लाए थे इस बारे में छानबीन जारी है।