आधी रात चकेरी थाने पहुंचे एडीसीपी पूर्वी को देख पुलिस कर्मियों फूले हाथ-पांव, थाना प्रभारी को फटकारा
एडीसीपी पूर्वी ने मंगलवार की रात चकेरी थाने का निरीक्षण करके महिला हेल्प डेस्क व अपराध शाखा के अभिलेखे देखे। बंदी गृह में गंदगी देखकर नाराजगी जताई अपनी कमियां छिपाने के लिए मातहतों को जिम्मेदार बता रहे थाना प्रभारी को फटकरा लगाई।
कानपुर, जेएनएन। एडीसीपी पूर्वी मंगलवार रात चकेरी थाने पहुंचे तो पुलिस कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। बंदी गृह में गंदगी देखकर नाराजगी जताई और थाने के निरीक्षण के दौरान अभिलेखों, महिला हेल्प डेस्क और अपराध शाखा कार्यालय में लापरवाही देखकर थाना प्रभारी को जमकर फटकार लगाई। एडीसीपी पूर्वी ने पूछताछ शुरू की थाना प्रभारी कमियां छिपाने के लिए मातहतों को जिम्मेदार ठहराते हुए नजर आए।
चकेरी क्षेत्र में मंगलवार रात को कार-ओ-बार अभियान चलाने के बाद एडीसीपी पूर्वी सोमेंद्र मीणा और एसीपी कैंट मृगांक शेखर पाठक चकेरी थाने पहुंचे। जिसके बाद एडीसीपी ने चकेरी थाने के निरीक्षण किया। इस दौरान सबसे पहले वह कार्यालय पहुंचकर उन्होंने अभिलेखों को देखा। जिसके बाद उन्होंने समय से आनलाइन करने की बात कही। जिसके बाद वह बंदी गृह के अंदर पहुंचे। इस दौरान वहां अंधेरा देखकर और गंदगी देखकर वह थाना प्रभारी मधुर मिश्रा पर भड़के। साथ ही फटकार लगाते हुए कहा कि बंदी गृह में इस तरह की कमियों की वजह से ही घटनाएं होती है। जिसके जिम्मेदार अधिकारियों को ठहराया जाता है।
एडीसीपी की फटकार सुनकर थाना प्रभारी अपनी कमियों को छिपाने के लिए मातहतों को जिम्मेदार ठहराते रहे। जिस पर एडीसीपी ने बंदी गृह में सफाई व रोशनी की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। जिसके बाद उन्होंने महिला हेल्प डेस्क जाकर गहनता से निरीक्षण किया। साथ ही अभिलेखों का अवलोकन कर उन्हें डिजिटिलाइनजेशन करने के लिए बोला। साथ ही थाने में समस्या लेकर आने वाली पीड़िताओं की पूरी डिटेल नोट करने के साथ उनका निष्कर्ष लिखने को कहा। जिसके बाद अपराध शाखा जाकर उन्होंने अभिलेखों को देखा। जिसके बाद उन्होंने डीसीपी कैंट मृगांक शेखर पाठक व थाना प्रभारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।