Kanpur News Highlights: मंत्री ने एक करोड़ राशि का प्रमाण पत्र बलिदानी सीओ की पत्नी को सौंपा, विकास के घर में मिले तीन बम

बिकरू गांव में पुलिस और पीएसी विकास और उसके गुर्गों के घरों में तलाशी अभयान चला रही है वहीं मुठभेड़ में शहीद सीओ के वायरल पत्र की जांच के लिए लखनऊ आईजी बिल्हौर पहुंची हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 09:22 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 04:48 PM (IST)
Kanpur News Highlights: मंत्री ने एक करोड़ राशि का प्रमाण पत्र बलिदानी सीओ की पत्नी को सौंपा, विकास के घर में मिले तीन बम
Kanpur News Highlights: मंत्री ने एक करोड़ राशि का प्रमाण पत्र बलिदानी सीओ की पत्नी को सौंपा, विकास के घर में मिले तीन बम

कानपुर, जेएनएन। पुलिस की साठ टीमें मोस्ट वांटेड विकास दुबे की तलाश में जुटी हैं, उसके मध्य प्रदेश और राजस्थान भाग जाने की आशंका बढ़ गई है। वहीं पुलिस ने विकास की बहू, नौकरानी और एक पड़ोसी को गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ में शहीद हुए आठ पुलिस जवानों के परिवार को जिले पुलिसकर्मी और अधिकारी एक दिन वेतन देंगे।सीओ कार्यालय पहुंचकर लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने वायरल पत्र प्रकरण की जांच शुरू की है, फोरेंसिक टीम ने सीओ कार्यालय का कंप्यूटर सील किया है।

Highlights Kanpur Police Encounter News

-उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के अनुसार मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय मंगलवार को शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के सिविल लाइन स्थित आवास पहुंचे। उन्होंने बलिदानी सीओ की पत्नी को एक करोड़ की राशि खाते में हस्तांतरित किए जाने का प्रमाण पत्र सौंपा।

-पुलिस के सर्च अभियान में विकास दुबे के पुराने घर में तीन बम मिले हैं। पुलिस अधिकारियों ने तीन बम निष्क्रिय कराने के बाद कब्जे में लिए हैं। पीएसी और पुलिस जवान विकास और आसपास के घरों में तलाशी अभियान चला रही है।

-पुलिस अधिकारियों का मानना है कि मोस्ट वांटेड विकास दुबे के गुर्गों के घरों में असलहे व घटना से जुड़े महत्चपूर्ण सबूत मिल सकते है। इस वजह से मंगलवार की सुबह से पीएसी के साथ पुलिस अधिकारियों ने घरों की तलाशी लेना शुरू कर दिया है। शाम तक ऐसे घरों में भी सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा, जिनमें बाहर से ताले बंद हैं। यह ऑपरेशन विकास दुबे के घर के आसपास रहने वाले गुर्गों के घरों में चलाया जा रहा है। 

-मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे का साथ देने वाले फरार गुर्गों को पकड़ने के लिए पुलिस अभियान छेड़ चुकी है। अबतक परिचितों, रिश्तेदारों और मुफीद ठिकानों पर दबिश देने के बाद पुलिस ने आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में फरार अपराधियों को फोटाे युक्त पोस्टर भी जारी किया है। 

-सीओ कार्यालय में जांच के लिए पहुंची लखनऊ आईजी लक्ष्मी सिंह के साथ मौजूद फोरेंसिक टीम ने दस्तावेजों और कंप्यूटर की जांच की। इसके साथ फोरेंसिक टीम ने कम्प्यूटर और कुछ दस्तावेजों को सील कर दिया है। फिलहाल सीओ कार्यालय के स्टाफ से आईजी पूछताछ कर रही हैं। 

-शहीद सीओ द्वारा एसएसपी को भेजे गए पत्र के वायरल होने की जांच पहले एडीजी जोन कानपुर जय नारायण सिंह के करने की बात सामने आई थी, लेकिन बाद में शासन ने आईजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह को जांच के लिए नामित कर दिया। 

-बिल्हौर सीओ कार्यालय पहुंची आईजी लक्ष्मी सिंह ने तैनात पूरे स्टाफ को बुलाया और कार्यालय में आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया। बंद कमरे में पुलिसकर्मियों से पूछताछ की और कम्प्यूटर समेत अन्य दस्तावेजों की जांच की। 

-शहीद सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा द्वारा एसएसपी को लिखा पत्र वायरल होने के प्रकरण को शासन ने गंभीरता से लिया है, इसमें पुलिस की चूक उजागर होने पर गोपनीय जांच शुरू कराई गई है। मंगलवार की सुबह आईजी रेंज लखनऊ लक्ष्मी सिंह बिल्हौर सीओ कार्यालय पहुंच गई हैं। माना जा रहा है कि वह पत्र लीक मामले की जांच के लिए आई हैं। 

-शहर के विजय नगर में तीन लावारिस कार मिलने के बाद विकास दुबे से कनेक्शन को लेकर संदेह के घरे में आए ब्रह्मनगर के जय बाजपेयी को पुलिस ने हिरासत में लिया था। हालांकि, तीनों कारें जय बाजपेयी के नाम नहीं थी, लेकिन कार मालिकों ने जय द्वारा उनके नाम से कार खरीदने की जानकारी दी थी।

-काकादेव पुलिस छानबीन में उनका कोई कनेक्शन विकास से ढूंढ सकी थी। अब एसटीएफ ने जय बाजपेयी से पूछताछ शुरू की है और विकास दुबे से कनेक्शन तलाशने में जुटी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जय ब्याज और बीसी का काम करता है। इसमें तमाम लोग अपना पैसा लगाते हैैं।

-बिकरू हत्याकांड में पुलिस ने सोमवार रात विकास के दिवंगत भतीजे संजय दुबे उर्फ संजू की पत्नी क्षमा, मुठभेड़ में पकड़े गए नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री की पत्नी रेखा और पड़ोसी सुरेश वर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया। तीनों पर दबिश के दौरान बदमाशों को पुलिसकर्मियों के मूवमेंट की सूचना देने और हत्या करने के लिए उकसाने का आरोप है। उनके खिलाफ साजिश रचने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।

-हाईवे पर कानपुर देहात और उन्नाव के टोल प्लाजा पर विकास दुबे का पोस्टर चस्पा करने के बाद अब पुलिस अफसरों ने नगर समेत आसपास जिलों में तैनात प्रत्येक सिपाही के मोबाइल फोन पर विकास दुबे की फोटो भेज दी है, ताकि यदि कहीं किसी पर संदेह हो तो तत्काल फोटो से मिलान करके सूचना दे सकें।

-बिकरू में मुठभेड़ में शहीद हुए सीओ व अन्य पुलिसकर्मियों के परिवार के लिए जिले के पुलिस अधिकारी व कर्मचारी अपना एक दिन का वेतन देंगे, इस बाबत सभी ने मिलकर यह सहमति जताई है। पुलिस अफसरों ने जल्द ही चेक शहीदों के स्वजन को सौंपने की बात कही है।

हमले के दौरान पुलिस कर्मियों के मूवमेंट की जानकारी दे रहा था पड़ोसी

चौबेपुर थाना प्रभारी कृष्णमोहन राय के मुताबिक सुरेश वर्मा का घर बिकरू गांव में विकास के घर के पास ही है। जब विकास और उसके साथी पुलिस टीम पर गोलीबारी कर रहे थे, तब सुरेश उनकी हौसलाअफजाई कर रहा था। वह पुलिस को देखकर चिल्लाकर बदमाशों से कह रहा था कि आज कोई बचकर न जाए। पुलिस कर्मी जब आड़ लेकर छिप रहे थे तो उनके बारे में भी सूचना दे रहा था। क्षमा दुबे विकास के भतीजे संजू की पत्नी होने के साथ ही हमले में नामजद अमर दुबे की मां है।

फायरिंग के दौरान कुछ पुलिसकर्मी क्षमा से उसके मकान में शरण लेकर जान बचाने के लिए दरवाजा खोलने के लिए कह रहे थे, लेकिन क्षमा ने दरवाजा नहीं खोला। इतना ही नहीं, सीढ़ी के रास्ते अपने मकान की छत पर आकर उसने पुलिसकर्मियों के छिपे होने की जानकारी बदमाशों को दी थी। इसके बाद बदमाशों ने छतों से उतरकर पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी।

विकास की नौकरानी रेखा अग्निहोत्री ने भी पुलिस टीम के आने की सूचना हमलावरों को दी। वह चिल्लाकर कह रही थी कि मारो इनको, कोई बचकर जाने न पाए। उसने विकास के सामने वाले मकान की दीवार की आड़ में छिपे दो पुलिस वालों के बारे में भी हमलावरों को बताया था। इसके बाद बदमाशों ने उन पुलिसकर्मियों को भी ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी।

क्षमा के पति पर भी दर्ज थे मुकदमे

क्षमा का पति संजय दुबे भी शातिर अपराधी था और विकास के साथ ही वारदातों में शामिल रहा था। थाने में उसकी हिस्ट्रीशीट भी खुली थी। कई वर्ष पूर्व एक सड़क हादसे में संजय की मौत हो गई थी, फिर उसके बेटे अमर का हाथ विकास ने थाम लिया और वारदात को अंजाम देने के लिए उसे साथ ले जाने लगा।

पुलिस परिवार बांट रहा शहीदों के परिवारों का दर्द

मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद उनके स्वजन गम में बेहाल हैं। नम आंखों से वह हर पल दुर्दांत हत्यारे विकास के लिए भगवान से मौत की सजा मांग रहे हैं। इस घड़ी में पुलिस परिवार उनका दर्द बांटने में जुटा है। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वेच्छा से अपना एक माह का वेतन इन परिवारों को देने की बात कही है। जल्द चेक शहीदों के स्वजन को दिए जाएंगे।

लावारिस हालत में विजयनगर में खड़ी कराई गई थीं तीन कारें

बिकरू कांड को लेकर पुलिस की दबिश पड़ने के बाद तीन कारों को लावारिस हालत में विजयनगर में खड़ी कराने वाले ब्रह्मïनगर के कारोबारी जय बाजपेयी  का विकास दुबे से कनेक्शन काकादेव थाना पुलिस नहीं ढूंढ़ सकी। अब क्राइम ब्रांच और एसटीएफ ने उससे पूछताछ शुरू की है। इन तीन कारों के बिकरू कांड में इस्तेमाल होने का शक जताया जा रहा है, लेकिन घटना वाली रात उनकी मूवमेंट नहीं मिली। पुलिस को जय के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल की पड़ताल में कई संदिग्ध नंबर मिले हैैं। कहा जा रहा है कि ऑटो पार्ट्स कारोबारी व प्रापर्टी डीलर जय बाजपेयी से हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे संपर्क था।

बिकरू के पड़ोस में जय का गांव दिलीपनगर है, कई फोटो में दोनों को साथ देखकर पुलिस ने जय को उठाया था। विजय नगर में लावारिस मिलीं तीन कारें उसने भाजयुमो प्रदेश मंत्री प्रमोद विश्वकर्मा की पत्नी, चकरपुर सचेंडी के प्रॉपर्टी डीलर राहुल सिंह व अशोकनगर के जूता कारोबारी कपिल सिंह चौहान के नाम पर फाइनेंस कराई थीं, लेकिन तीनों ने कारों का इस्तेमाल करने की बात से इनकार किया। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों से तीनों कारों की लोकेशन चेक की तो पता चला कि दो जुलाई को कारें जय के घर के बाहर खड़ी थीं और तीन जुलाई को स्वरूपनगर ले जाकर खड़ी की गई थीं। पुलिस ने जय के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई तो कई संदिग्ध नंबर सामने आए। तब एसटीएफ और क्राइम ब्रांच ने उससे पूछताछ शुरू की। काकादेव थाना प्रभारी कौशल किशोर दीक्षित ने बताया कि कारोबारी से क्राइम ब्रांच और अन्य टीमें पूछताछ कर रही हैैं। 

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