कानपुर नगर निगम की लापरवाही से नहीं उठ रहा कूड़ा, अविकसित इलाकों में एकत्र हो रही गंदगी

पहले कोरोना फिर डेंगू और अब जीका वायरस के शहर में दस्तक देने के साथ ही खुद महापौर प्रमिला पांडेय और नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने कमान संभाली ली है। सभी जोनल स्वास्थ्य अफसरों को आदेश दिए हैैं कि अपने-अपने क्षेत्र में निकलकर सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराएं।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 10:38 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 10:38 AM (IST)
कानपुर नगर निगम की लापरवाही से नहीं उठ रहा कूड़ा, अविकसित इलाकों में एकत्र हो रही गंदगी
कानपुर नगर निगम की खबर से संबंधित सांकेतिक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। नगर निगम पहले ही कंपनी की लापरवाही के चलते रोज निकलने वाले 11 सौ मीट्रिक टन कूड़े में एक हजार मीट्रिक टन ही उठा पा रहा है। वहीं, दीपावली में घरों की सफाई से रोज निकलने वाला अतिरिक्त तीन सौ मीट्रिक टन कूड़ा निगम के लिए मुसीबत बन गया है। हालात ये हैैं कि करीब चार सौ मीट्रिक टन कूड़ा अविकसित इलाकों में एकत्र होता जा रहा है।

पहले कोरोना, फिर डेंगू और अब जीका वायरस के शहर में दस्तक देने के साथ ही खुद महापौर प्रमिला पांडेय और नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने कमान संभाली ली है। सभी जोनल स्वास्थ्य अफसरों को आदेश दिए हैैं कि अपने-अपने क्षेत्र में निकलकर सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराएं। क्षेत्रों में लगाई गई अफसरों की टीम की लोकेशन रोज सुबह वाट््सएप के माध्यम से जांची जा रही है। मगर, इन तमाम कवायदों की पोल शहर में जगह-जगह एकत्र कूड़े के ढेर खोल रहे हैैं। पनकी स्थित प्लांट में पानी भरा होने के कारण कूड़े के निस्तारण में भी दिक्कत आ रही है। कूड़ा कम होने की जगह और बढ़ता जा रहा है।

यहां लगे रहते कूड़े के ढेर: न्यू सिविल लाइंस, नमक फैक्ट्री चौराहा, अनवरगंज स्टेशन जीटी रोड के पास, दलेलपुरवा, बजरिया, भैरोघाट, किदवईनगर, केशवपुरम, गीतानगर, कल्याणपुर आदि।

कौन-कितना उठाता कूड़ा: नगर निगम अपने संसाधनों से 11 सौ मीट्रिक टन में करीब आठ सौ मीट्रिक टन कूड़ा उठा पाता है। वहीं, कंपनी को कंपैक्टर के माध्यम से तीन सौ मीट्रिक टन कूड़ा रोज उठाना है लेकिन मात्र दो सौ मीट्रिक टन ही उठा पा रही है।

अतिरिक्त कूड़े का हिसाब नहीं: 16 अक्टूबर से रोज घरेलू कूड़ा तीन सौ मीट्रिक टन निकलने लगा है। इसको उठाने के नाम पर खानापूरी हो रही है। दस्तावेजों के हिसाब से सौ मीट्रिक टन कूड़ा सड़कों पर एकत्र हो रहा है, जबकि हकीकत में लगभग चार सौ मीट्रिक टन कूड़ा शहरवासियों के लिए मुसीबत का सबब बन रहा है।

इनका ये है कहना: 

नगर निगम अपने संसाधनों से हर रोज आठ सौ मीट्रिक टन कूड़ा उठा रहा है। कंपनी पूरा कूड़ा नहीं उठा पा रही है। इसके चलते सड़कों पर गंदगी बढ़ रही है। त्योहार में घरों से निकलने वाले कूड़े की उठान के लिए रात में एक बुलडोजर और चार वाहन लगाए गए हैैं। लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। - डा. अजय संखवार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम

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