सेहतमंद सड़कों का इलाज कर रहा कानपुर नगर निगम, 66 करोड़ से बन रही कई सड़कें पहले से हैं दुरुस्त

शहर के विकास के लिए शासन ने 15वें वित्त आयोग से 148 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इसमें 66 करोड़ रुपये से नगर निगम शहर की 264 सड़कों का निर्माण कराने जा रहा है। सड़कों के निर्माण के लिए शुक्रवार को टेंडर कराया गया।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 10:10 AM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 10:10 AM (IST)
सेहतमंद सड़कों का इलाज कर रहा कानपुर नगर निगम, 66 करोड़ से बन रही कई सड़कें पहले से हैं दुरुस्त
नगर निगम गड्ढों को भरने के नाम पर बनी सड़क फिर से बनाने का खेल कर रहा है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। नगर निगम (Kanpur Nagar Nigam) के अभियंता खराब सड़कों को बनाने के बजाय सही सड़कों को दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। संगीत टाकी के पास डेढ़ सौ मीटर सड़क पर मात्र तीन गड्ढे हैं, जिस पर पैचवर्क की जगह 25 लाख रुपये से सड़क बनाई जा रही है। एक दर्जन सड़कें ऐसी हैं, जिनको मात्र पैचवर्क करके दुरुस्त किया जा सकता था। बचे धन से दूसरी सड़कों का निर्माण कराया जा सकता था। दैनिक जागरण ने 66 करोड़ से बनने वाली 264 सड़कों के परीक्षण में कई सड़कों को पकड़ा है। अब सर्वे कराके ठीक सड़कों का टेंडर निरस्त करने की तैयारी है।

शहर के विकास के लिए शासन ने 15वें वित्त आयोग से 148 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इसमें 66 करोड़ रुपये से नगर निगम शहर की 264 सड़कों का निर्माण कराने जा रहा है। सड़कों के निर्माण के लिए शुक्रवार को टेंडर कराया गया। फार्म खोलकर वर्कआर्डर जारी करने की तैयारी है। दैनिक जागरण ने कई सड़कों का सर्वे किया तो अभियंताओं की इंजीनियरिंग का खेल सामने आया। कई सड़कों पर मात्र दो या तीन गड्ढे होने के बाद भी पैचवर्क के बजाय सड़क की पूरी मरम्मत कराई जा रही है। जहां पर मात्र दो लाख रुपये में काम हो सकता है, वहां पर लाखों खर्च किए जा रहे हैं। वहीं साउथ सिटी में कई टूटी सड़कों को लेकर पार्षद अभियंताओं के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन सड़क नहीं बन रही है। इसे लेकर पार्षदों में आक्रोश है।

बनाई जा रहीं प्रमुख सड़कें

आनंद बाग चौराहे से संगीत टाकीज तक डेढ़ सौ मीटर सड़क पर तीन जगह गड्ढे हैं, जिस पर पैचवर्क किया जा सकता है। इस सड़क की मरम्मत 24.95 लाख रुपये से कराई जा रही है। 60 दिन में सड़क बनाने का लक्ष्य रखा गया है। दो साल पहले ही सड़क बनी है। ज्वालादेवी चौराहे से लेनिन पार्क और गोपाल टाकीज से एल रोड तक 31.33 लाख से सड़क का निर्माण हो रहा है। इसमें काफी हिस्सा सही है। अभी डिप्टी सीएम के आगमन पर पैचवर्क भी हुआ था। पैचवर्क से सड़क दुरुस्त की जा सकती है। देवनगर में तीन सड़कों का सुधार कार्य किया जा रहा है। इसमें कई सड़क बनी हुई हैं।

एस्टीमेट कागज में तैयार कर दिया: वार्ड 49 की एक सड़क का अभियंताओं ने प्रेमनगर से जीटी रोड तक 19.99 लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार किया है। मजे की बात यह है कि ये सड़क कालपी रोड से जुड़ती है। कालपी रोड से आचार्य नगर होते हुए जीटी रोड जुड़ेगी। यहां पर दूसरा वार्ड लगता है। बिना मौके पर जाए ही एस्टीमेट तैयार कर दिया गया।

सड़कों का होगा सर्वे, निरस्त होगा टेंडर: मुख्य अभियंता एसके ङ्क्षसह ने बताया कि ठीक सड़कों का टेंडर निरस्त होगा। इन सड़कों का सर्वे कराया जाएगा। यदि पैचवर्क से ठीक हो सकती हैं तो फिर पूरी सड़क बनाने की क्या जरूरत? दोषी अभियंताओं पर भी कार्रवाई की जाएगी।

टेंडर होने से पहले बनी सड़क भी होगी निरस्त: वार्ड 21 में टेंडर होने से पहले 13 लाख रुपये की बनी सड़क को भी निरस्त किया जाएगा। जब सड़क बन गई तो भुगतान क्यों किया जाएगा। मुख्य अभियंता ने कहा कि इसमें भी कार्रवाई की जाएगी।

पहले भी हो चुकी कार्रवाई: ग्वालटोली और परमट में पहले से रैन बसेरा का सुंदरीकरण हो जाने के बाद टेंडर कराए जाने का मामला जागरण ने खोला था। बाद में इसका टेंडर निरस्त कर भुगतान रोक दिया गया था। इसके अलावा दर्शनपुरवा में पांच लाख रुपये के फुटपाथ का निर्माण दूसरे विभाग द्वारा कराए जाने के बाद भी टेंडर कराने का मामले में भी कार्रवाई की जा चुकी है।

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