मेट्रो ने शुरू की लोड टेस्टिंग, ट्रेन से सवा गुना ज्यादा वजन रखकर ली जाएगी दबाव की रीडिंग
कानपुर में बन रहे मेट्रो ट्रैक पर आइआइटी से कल्याणपुर के बीच आइ गार्डर पर दबाव डालकर परीक्षण शुरू कर दिया गया है। अभी रावतपुर में यू गार्डर और स्टील स्पैन पर भी भार की जांच की जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। मेट्रो ने ट्रेन के रूट की लोड टेस्टिंग शुरू कर दी है। इसके लिए सोमवार को आइआइटी से कल्याणपुर के बीच आइ गार्डर पर ट्रेन से सवा गुना ज्यादा भार रखकर जांच की गई। जल्द ही रावपुर में यू गार्डर और स्टील स्पैन पर भी लोड की टेस्टिंग की जाएगी।
मेट्रो के नौ किलोमीटर लंबे प्राथमिक कारिडोर का काम तकरीबन पूरा होने को है। अगले दो माह में कोच लाकर ट्रायल रन शुरू करा दिया जाएगा। ऐसे में सोमवार को प्रबंधन ने मेट्रो के ढांचे की वजन सहने की क्षमता का परीक्षण किया। यात्रियों से भरी एक ट्रेन का वजन करीब दो सौ टन होता है। इससे सवा गुना ज्यादा तकरीबन 248 टन वजन बालू की बोरियों के रूप में भरकर ट्रैक पर उतरे स्थान में रखा गया, जिना स्थान एक ट्रेन लेती है। निर्धारित वजन को पांच चरणों में आइ गार्डर पर रखा जाएगा और वजन का दबाव पडऩे से मेट्रो के ढांचे पर जो प्रभाव पड़ेगा, उसकी रीडिंग ली जाएगी।
-उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन ने प्राथमिक सेक्शन पर लोड टेस्ट शुरू कर दिया है। इस वर्ष नवंबर में प्राथमिक सेक्शन पर होने वाले ट्रायल रन को ध्यान में रखते हुए यह कवायद की जा रही है। - कुमार केशव, प्रबंध निदेशक, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन।