कानपुर में मेमोरियल वाल पर दर्ज होंगे कोरोना से जान गंवाने वालों के नाम, दो नवंबर को स्वजन को याद करेंगे लोग
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में काफी लोगों का निधन हो गया। इनमें ईसाई समाज के लोग भी थे। कोरोना संक्रमण से निधन होने वालों को चुन्नीगंज स्थित कब्रिस्तान में दफनाया गया। कई लोगों को दफनाने की जगह उनका दाह संस्कार किया गया।
कानपुर, जेएनएन। चुन्नीगंज स्थित ईसाई कब्रिस्तान में कोविड-19 मेमोरियल वाल तैयार की जा रही है। यह वाल नवंबर में होने वाले आल सोल्स डे तक तैयार हो जाएगी। इस वाल पर उन ईसाइयों के नाम दर्ज किए जाएंगे जिनका कोरोना संक्रमण से निधन हुआ है। वाल का उद्घाटन आल सोल्स डे के अवसर पर दो नवंबर को किया जाएगा।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में काफी लोगों का निधन हो गया। इनमें ईसाई समाज के लोग भी थे। कोरोना संक्रमण से निधन होने वालों को चुन्नीगंज स्थित कब्रिस्तान में दफनाया गया। कई लोगों को दफनाने की जगह उनका दाह संस्कार किया गया। बाद में उनकी राख को कब्रिस्तान में दफनाया गया। कोरोना संक्रमण से जिन लोगों की मौत हुई थी, कब्रिस्तान में उनको अलग स्थान पर दफनाया गया। कोरोना संक्रमण से जिन लोगों की मौत हुई है, उनकी याद में क्रिश्चियन सिमेट्री बोर्ड कोविड-19 मेमोरियल लास का निर्माण करा रही है। चुन्नीगंज स्थित कब्रिस्तान में इस वाल पर कोरोना संक्रमण से मरे ईसाइयों के नाम दर्ज किए जाएंगे। क्रिश्चियन सिमेट्री बोर्ड के सचिव पादरी डायमंड यूसुफ ने बताया कि इससे कोरोना संक्रमण से दुनिया छोड़ कर जाने वालों के याद बनी रहेगी। स्वजन भी उनको आल सोल्स डे पर हर वर्ष प्रार्थना करने पहुंचेगे। उन्होंने बताया कि हाल ही में बरियल सेरिमनी हाल का निर्माण कर ईसाई समाज को सौंपा गया है। इससे पहले यहां पर शव दफन करने आने वालों बरियल सेरिमनी (दफन करने के बाद प्रार्थना) के लिए काफी परेशानी होती थी।