कानपुर से लखनऊ का सफर एक्सप्रेस वे बनने से होगा आसान, नौ को खुलेगा टेंडर, जनवरी में शुरू होगा मार्ग का निर्माण
कानपुर से लखनऊ जाने के लिए अभी फोर लेन हाईवे है। इस हाईवे पर जाम लगता है। इस वजह से लोग डेढ़ से पौने दो घंटे में लखनऊ पहुंच पाते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए ही कानपुर से लखनऊ तक एक्सप्रेस वे का निर्माण करने की योजना है।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर से लखनऊ तक प्रस्तावित एक्सप्रेस वे के निर्माण का कार्य जनवरी में शुरू हो पाएगा। इसे बनाने वाली कंपनी के चयन के लिए टेंडर नौ नवंबर को खुलेगा। पहले टेंडर खोलने की तिथि 24 अक्टूबर रखी गई थी। कुछ कारणों से इसे बढ़ा दिया गया है।
इस एक्सप्रेस वे का निर्माण हाईब्रिड मोड में किया जाएगा। इसमें 60 फीसद धनराशि ठेकेदार खुद लगाएगा, जबकि निर्माण की 40 फीसद लागत उसे आठ किस्तों में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा दी जाएगी। एक्सप्रेस वे को रिंग रोड से जोडऩे का प्रस्ताव भी जल्द ही उच्चस्तरीय समग्र विकास समिति की ओर से दिया जाएगा। रिंग रोड के जुड़ जाने से हमीरपुर, झांसी व बांदा आदि क्षेत्रों की ओर से आने वाले वाहन इस एक्सप्रेस वे पर चढ़ जाएंगे।
कानपुर से लखनऊ जाने के लिए अभी फोर लेन हाईवे है। इस हाईवे पर जाम लगता है। इस वजह से लोग डेढ़ से पौने दो घंटे में लखनऊ पहुंच पाते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए ही कानपुर से लखनऊ तक एक्सप्रेस वे का निर्माण करने की योजना है। छह लेन का एक्सप्रेस वे बनना है, जबकि पुल, फ्लाईओवर आदि का स्ट्रक्चर आठ लेन का होगा। पहले अक्टूबर में इसके निर्माण का कार्य शुरू होना था, लेकिन टेंडर की प्रक्रिया में देर की वजह से यह संभव नहीं हो सका। इसके बाद दिसंबर में निर्माण शुरू कराने की योजना बनी पर इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। अब तय किया गया है कि हर हाल में जनवरी में इसका निर्माण शुरू करा दिया जाए ताकि दो साल में काम पूरा कर लिया जाए। 2024 के लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही आधे से अधिक काम हो जाए। 62.755 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस वे के निर्माण में 4733.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।