कानपुर में उद्योगों के साथ मिलकर प्रोजेक्ट करेंगे विश्वविद्यालय छात्र, जानिए क्या है नई नीति

नई शिक्षा नीति में उच्च षिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के पठन पाठन में बड़ा बदलाव किया गया है। इसी बदलाव के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह प्रकोष्ठ बनाए गए हैं। यह प्रकोष्ठ छात्रों की पढ़ाई अपग्रेड करने के साथ उनकी नौकरी की राह आसान बनाएंगे।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 02:11 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 02:11 PM (IST)
कानपुर में उद्योगों के साथ मिलकर प्रोजेक्ट करेंगे विश्वविद्यालय छात्र, जानिए क्या है नई नीति
एमएससी व एमकॉम के छात्रों के लिए इन सभी प्रकोष्ठों की स्थापना करेंगे

कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय सीएसजेएमयू के छात्र अब उद्योगों के साथ मिलकर अपने लाइव प्रोजेक्ट करेंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने उद्योग-अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास समेत दस प्रकोष्ठ का खाका बना लिया है। अब यह विश्वविद्यालय परिसर के अलावा संबद्ध डिग्री कॉलेज में स्थापित किया जाएगा। कौशल विकास प्रकोष्ठ का काम क्षेत्रीय उद्योगों की पहचान करके वहां पर छात्रों को इंटर्नशिप के लिए भेजना होगा। इसके अलावा उद्योगों व दूसरे संस्थानों के साथ यह समन्वय स्थापित करने व करार के लिए भी यह प्रकोष्ठ कार्य करेगा। इस वर्ष से विश्वविद्यालय में अध्ययनरत पांच हजार छात्र छात्राओं के अलावा डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों को भी इसका लाभ मिलने लगेगा।

नई शिक्षा नीति में उच्च षिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के पठन पाठन में बड़ा बदलाव किया गया है। इसी बदलाव के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह प्रकोष्ठ बनाए गए हैं। यह प्रकोष्ठ छात्रों की पढ़ाई अपग्रेड करने के साथ उनकी नौकरी की राह आसान बनाएंगे। इस नई शिक्षा नीति के अंतर्गत छात्रों की पढ़ाई अब केवल कक्षाओं तक ही सीमित नहीं रहेगी बल्कि वह विश्वविद्यालय व कॉलेजों से डिग्री के साथ ऑनलाइन व्यावसायिक व कौशल शिक्षा कोर्स का प्रमाण पत्र लेकर निकलेंगे। उनके प्रोफेशनल कोर्स के लिए कौशल विकास प्रकोष्ठ छात्रों की मदद करेगा। कुलसचिव अनिल कुमार यादव ने बताया कि विश्वद्यालय ने डिग्री कॉलेजों को पठन पाठन की व्यवस्था में बदलाव करने के निर्देश दे दिए हैं। विश्वविद्यालय की रूपरेखा पर अब कॉलेज अपने परिसर में बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, एमएससी व एमकॉम के छात्रों के लिए इन सभी प्रकोष्ठों की स्थापना करेंगे।

यह प्रकोष्ठ बनाए जाएंगे उद्योग-अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ ऑनलाइन शिक्षा एवं लिटिगेशन मैनेजमेंट सिस्टम एलएमएस प्रकोष्ठ शिक्षक प्रशिक्षण प्रकोष्ठ अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ संस्थान विकास योजना प्रकोष्ठ एक्टिविटी क्लब भारतीय भाषा, संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ अंतरराष्ट्रीय छात्र सहायता प्रकोष्ठ दिव्यांग सहायत एवं वंचित समूह सहायता योजना प्रचार-प्रसार प्रकोष्ठ मॉनीटरिंग एवं मनोविज्ञान परामर्श प्रकोष्ठ

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