कानपुर में इस ANM ने अपने फर्ज के आगे बच्चों का भी छोड़ दिया मोह
छह वर्ष के बेटे आर्य और तीन वर्ष के बेटे अक्षत से दूरी बनाना कठिन जरूर रहा लेकिन उनकी सुरक्षा के चलते ऐसा करने के लिए मन को मजबूत करना पड़ा। जनवरी में उर्सला के साथ कई केंद्रों पर वैक्सीनेशन का काम संभाला।
कानपुर (अंकुश शुक्ल)। आपदा के इस दौर में परिवार से दूरी बनाकर निरंतर सेवा का जज्बा हिम्मत वालों में ही होता है। इन्हीं में एक हैं एएनएम रंजना चंदेल, जो मजबूत इरादों के जरिए अपने छोटे-छोटे बच्चों को खुद से दूर रखकर कोरोना की जांच और वैक्सीनेशन में लगी हुई हैं।
मूलरूप से कल्याणपुर विकासखंड के कैंधा बाजार निवासी एएनएम (ऑक्जिलरी नर्सिंग मिडवाइफ) रंजना चंदेल नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संजय नगर सीटीआइ में कार्यरत हैं। संक्रमण काल से ही वह कंटेंटमेंट जोन में जाकर संक्रमितों की जांच और उनको चिह्नति करने का काम करती रहीं। इस दौरान स्वयं कई बार संदिग्ध की श्रेणी में रहीं। कोविड के लक्षण दिखने पर भी हौसला नहीं टूटने दिया और बाबूपुरवा, बेकनगंज, उस्मानपुर व गोविंद नगर जैसे बड़े क्षेत्रों में जांच कर संक्रमितों को खोजने में अहम भूमिका निभाई। रंजना बताती हैं कि बच्चों को गोद में लेकर दुलार करने का मन बहुत होता है, पर क्या करें।
छह वर्ष के बेटे आर्य और तीन वर्ष के बेटे अक्षत से दूरी बनाना कठिन जरूर रहा, लेकिन उनकी सुरक्षा के चलते ऐसा करने के लिए मन को मजबूत करना पड़ा। जनवरी में उर्सला के साथ कई केंद्रों पर वैक्सीनेशन का काम संभाला। उन्होंने बताया कि इस दौरान अवकाश भी नहीं लिया और जिम्मेदारी का पालन करते हुए अधिक से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन करने में लगी रहीं।
सास और पति ने दिया साथ : रंजना ने बताया, जांच और वैक्सीनेशन के काम के दौरान सास कांती सिंह और पति सत्येंद्र ने हर कदम पर साथ देते हुए मुझे मानसिक रूप से मजबूत किया। बच्चों की देखरेख करने के साथ मुझे अपने कार्य में निरंतर लगे रहने के लिए प्रेरित किया।