कानपुर के गांधी स्मारक पार्क को अब जड़ी बूटी वाटिका पार्क के रूप में किया जाएगा विकसित, जानिए पूरी तैयारी

गिरिश चंद्रा ने डॉ. वीके सिंह से कहा कि पार्क में गरीबों के लिए बारातशाला नगर निगम की ओर से बनाया जाएगा। इसमें सभी सुविधाओं के साथ बहुत कम दाम में गरीबों को दिया जाएगा। उन्होंने कि दक्षिण क्षेत्र में कोई गेस्ट हॉउस नहीं है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 12:04 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 12:04 PM (IST)
कानपुर के गांधी स्मारक पार्क को अब जड़ी बूटी वाटिका पार्क के रूप में किया जाएगा विकसित, जानिए पूरी तैयारी
नियमित पानी देने की वजह से पेड़ हरे भरे हो रहे हैं

कानपुर, जेएनएन। गोविंदनगर स्थित नगर निगम के गांधी स्मारक पार्क को जड़ी बुटी वाटिका के रूप में विकसित करने के लिए योजना उद्यान विभाग बना रहा है, लेकिन वार्ड के पार्षद गिरिश चंद्रा ने उद्यान अधिकारी से आपत्ति जताई है। उन्होंने पार्क के अंदर गरीबों के लिए बरातशाला बनाने की मांग की है। गांधी स्मारक पार्क में ही इंटर काॅलेज बना हुआ है। पार्क विकसित न होने की वजह से यहां पर कूड़ा डाला जाता है। इसकी बदबू से आसपास के लोग बहुत प्रभावित हैं। पॉश इलाका होने के बावजूद क्षेत्र गंदगी और मच्छरों का दंश झेल रहे थे। दूसरे वार्ड के पार्षद नवीन पंडित ने पार्क को जड़ी बुटी पार्क बनाने के लिए उद्यान विभाग के प्रस्ताव था। इस पर नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी और उद्यान अधिकारी डॉ. वीके सिंह ने संयुक्त निरीक्षण कर पार्क को जड़ी बुटी पार्क के रूप में विकसित किए जाने की योजना बनाई थी। जानकारी होने पर पार्षद गिरिश चंद्रा ने उद्यान अधिकारी डॉ.वीके सिंह से जानकारी ली। गिरिश चंद्रा ने डॉ. वीके सिंह से कहा कि पार्क में गरीबों के लिए बारातशाला नगर निगम की ओर से बनाया जाएगा। इसमें सभी सुविधाओं के साथ बहुत कम दाम में गरीबों को दिया जाएगा। उन्होंने कि दक्षिण क्षेत्र में कोई गेस्ट हॉउस नहीं है।

नगर आयुक्त ने आक्सीजन पार्क में हरे भरे हो रहें पेड़ : गोविंदनगर स्थित जागेश्वर अस्पताल परिसर में उद्यान विभाग की ओर से आक्सीजन पार्क विकसित किया जा चुका है। यह दक्षिण क्षेत्र का पहला आक्सीजन पार्क है। प्रदूषण से लड़ने के लिए यह पार्क विकसित किया गया है। इसमें नियमित पानी देने की वजह से पेड़ हरे भरे हो रहे हैं। 

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