नाबालिग को गिरफ्तार कर 37 दिन बाद डकैती का पर्दाफाश, सामने आया बिहार और देवरिया के गैंग का नाम

कानपुर के गोविंद नगर के अपार्टमेंट में बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर डकैती के मामले में पुलिस ने एक किशोर आरोपित को गिरफ्तार करके पर्दाफाश करते हुए बिहार और देवरिया के गैंग द्वारा वारदात करने की बात कही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 08:42 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 08:42 AM (IST)
नाबालिग को गिरफ्तार कर 37 दिन बाद डकैती का पर्दाफाश, सामने आया बिहार और देवरिया के गैंग का नाम
गोविंद नगर के अपार्टमेंट में डकैती की घटना का राजफाश।

कानपुर, जागरण संवाददाता। गोविंद नगर के टी ब्लाक स्थित शिवम इन्कलेव अपार्टमेंट में पड़ी डकैती का 37 दिनों बाद पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। डकैती बिहार और देवरिया के गैंग ने डाली थी। क्राइम ब्रांच ने एक नाबालिग आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी चार में से तीन आरोपित जेल में हैं, जबकि पांचवे की शिनाख्त अब तक नहीं हुई है। पकड़ा गया आरोपित गैंग की सबसे छोटी कड़ी है। इसलिए पुलिस उससे अधिक जानकारियां हासिल नहीं कर सकी है। इसलिए अब जेल में बंद मास्टर माइंड को रिमांड पर लेने की तैयारी है, ताकि सच सामने लाया जा सके।

बीती 17 सितंबर की देर रात रेलिंग फांदकर अपार्टमेंट के अंदर घुसे बदमाशों ने पहले सिक्योरिटी गार्ड गुमटी मोहाल औरैया निवासी वीरेंद्र वर्मा को बंधक बनाकर बाथरूम में बंद कर दिया था। इसके बाद बदमाश पहली मंजिल के जी-2 फ्लैट में रहने वाली बुजुर्ग महिला आशा गुप्ता के घर का मुख्य द्वार साबड़ से तोड़कर अंदर घुसे थे। उन्हें बंधक बनाकर लूटपाट की थी। 1.75 लाख की नकदी और 14 लाख के जेवर लूटे थे। अपार्टमेंट में आशा गुप्ता अकेले रहती थीं। बेटी रानी की शादी हो चुकी है। बड़ा बेटा अविनाश दिल्ली में इंजीनियर तो छोटा आशुतोष राजस्थान कोटा में साफ्टवेयर इंजीनियर है। फर्टिलाइजर से क्लर्क पद से सेवानिवृत्त पति अशोक गुप्ता का 29 अप्रैल को बीमारी से देहांत हो गया था। वारदात के बाद वह रिश्तेदारों के साथ रह रही हैं। पुलिस पूछताछ में पता चला था कि बदमाशों ने सिक्योरिटी गार्ड के हाथ प्लास्टिक की स्ट्रिप से बांधे थे। क्राइम ब्रांच के दारोगा सुनित शर्मा को जांच के दौरान पता चला कि नालंदा में पड़ी डकैती में कुछ बदमाश पकड़े गए हैं।

उन्होंने भी बंधक बनाने के लिए प्लास्टिक की स्ट्रिप का इस्तेमाल किया था। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने नालंदा पुलिस से संपर्क कर बदमाशों के पास मिले मोबाइल नंबरों आइएमइआइ नंबर को जब रन कराया गया तो एक नंबर डकैती वाले दिन कानपुर में सक्रिय मिला। पता चला कि उस मोबाइल फोन पर अब दूसरा सिमकार्ड पड़ा हुआ है। उसके आधार पर पुलिस देवरिया पहुंची और वहां के थाना खामपार स्थित सरैया बाजार से नंबर का प्रयोग कर रहे सोलह साल के किशोर को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपार्टमेंट में पड़ी डकैती में शामिल होने की बात स्वीकारी। बताया कि उसे 40 हजार रुपये और कुछ सोना मिला है। पुलिस ने आरोपित के पास से साढ़े चार हजार रुपये और आठ ग्राम सोना बरामद किया है।

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