Fraud In Kanpur: अधिकारी की मां की चार बीघा जमीन का फर्जी बैनामा, पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने पीड़ित महिला की शिकायत पर फर्जी हस्ताक्षर गलत फोटो फर्जी पैन और आधार कार्ड से फर्जी बैनामा करने का मुकदमा दर्ज करके शातिर जालसाजों की तलाश शुरू की है। जल्द ही पुलिस जालसाजी में शामिल लोगों को गिरफ्तार करेगी।
कानपुर, जेएनएन। अधिकारी की मां की चार बीघा जमीन का फर्जी बैनामा का मामला सामने आने पर घाटमपुर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की है। फर्जी दस्तावेजों के जरिए फर्जी बैनामा कराने की तहरीर पर पुलिस ने जमीन के तीन खरीददारों, दो गवाहों, बैनामा लिखने वाले व एक अज्ञात महिला के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। बैनामा फर्जी हस्ताक्षर, गलत फोटो, फर्जी पैन और आधार कार्ड से किया गया है।
कानपुर किदवई नगर निवासी विभा त्रिपाठी के मुताबिक वर्ष 2005 में उनके परिवारीजनों ने पतारा गांव में खाता संख्या- 02468 कुल रकबा 0.8471 हेक्टेयर यानि लगभग चार बीघा जमीन का बैनामा उनके नाम किया था। उसका दाखिल खारिज भी उनके नाम पर है। तब से लेकर अब तक भूमि पर उनका कब्जा है। 15 सितंबर 2021 को जब वह घाटमपुर तहसील पहुंचीं तो जानकारी हुई कि उनकी जमीन का कानपुर शहर के रामबाग निवासी पारस नाथ शर्मा, हर्ष नगर आरके नगर निवासी अनुराग सिंह चंदेल और गांव गौरिया पोस्ट तिलसहरी बुजुर्ग निवासी संदीप कुमार को बैनामा कर दिया गया है। बैनामे में गवाह के तौर पर चकेरी शिवनगर निवासी राजकरन और हरजेंदर नगर शिवपुरी पटेल नगर निवासी मानवेंद्र सिंह के हस्ताक्षर हैं, जबकि बैनामे को घाटमपुर कचहरी में कार्यरत दस्तावेज लेखक प्रदीप शुक्ला ने लिखा है।
इसके बाद उन्होंने इसकी रजिस्ट्री निकलवाई तो पता चला कि उनकी जगह कोई दूसरी महिला निबंधन कार्यालय पहुंची थी। रजिस्ट्री में महिला की फोटो चस्पा है लेकिन नाम उनका नहीं लिखा है। महिला ने उनके फर्जी हस्ताक्षर, फर्जी पैन व आधार कार्ड के जरिए जमीन का फर्जी बैनामा 13 जुलाई 2021 को किया है। फर्जी तरह से उनकी जमीन का सौदा करने वालों के खिलाफ उन्होंने घाटमपुर कोतवाली में तहरीर दी। घाटमपुर इंस्पेक्टर राम औतार ने बताया कि महिला की तहरीर पर जालसाजी करने, षड्यंत्र रचने, फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनका प्रयोग करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है।
हाईप्रोफाइल है मामला
बता दें यह पूरा मामला हाईप्रोफाइल है। एक न्यायिक अधिकारी से जुड़े इस मामले की जानकारी होने पर पुलिस भी सक्रिय हो गई है। आनन-फानन मामले की रिपोर्ट दर्ज की गई। प्रकरण पर जल्द कार्रवाई के लिए एसपी स्तर के एक अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है। एक दो दिन में गिरफ्तारी हो सकती है।