धनतेरस पर कानपुर का बाजार हुआ गुलजार, एक हजार करोड़ का आंकडा हुआ पार, देखिए फोटो में रौनक

कोरोना काल के बाद धनतेरस व्यापारियों के लिए वरदान बनकर आया। आटोमोबाइल सेक्टर में पांच सौ कार व चार हजार दोपहिया वाहनों की डिलीवरी की गई। जबकि सराफा बाजार में दो करोड़ रुपये से ज्यादा के जेवर व बुलियन की बिक्री हुई।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 02 Nov 2021 10:08 PM (IST) Updated:Tue, 02 Nov 2021 10:08 PM (IST)
धनतेरस पर कानपुर का बाजार हुआ गुलजार, एक हजार करोड़ का आंकडा हुआ पार, देखिए फोटो में रौनक
धनतेरस पर नवीन मार्केट में उमड़ी लोगों की भीड़। जागरण फोटो।

कानपुर, जागरण संवाददाता। धनतेरस का बाजार एक बार फिर कारोबार को गति देने में सफल रहा। कोरोना की वजह से पिछले डेढ़ वर्ष से ठिठके व्यापारिक जगत में मंगलवार को सराफा, इलेक्ट्रानिक, आटोमोबाइल, रीयल इस्टेट में जमकर कारोबार हुआ। बर्तनों की दुकानों पर दोपहर से ही ग्राहकों की जो भीड़ जुटी वह शाम होने के बाद और बढ़ती चली गई। शाम होते होते यूं लगा जैसे पूरा शहर ही सड़क पर उतर आया हो। हर बाजार और हर दुकान में जबरदस्त भीड़ थी। देर रात तक एक हजार करोड़ रुपये की बिक्री का आंकड़ा पार हो चुका था। दिनभर में करीब पांच सौ कार और चार हजार दो पहिया वाहनों की डिलीवरी दी गई। सराफा बाजार में जेवर, बुलियन, गिन्नी की जबरदस्त बिक्री हुई तो चांदी के सिक्के भी खूब खरीदे गए। आधी रात के बाद तक बाजारों में दुकानें खुली हुई थीं और बिक्री हो रही थी। 

बर्तनों की दुकानों में सबसे ज्यााद भीड़ रही

बात चाहे हटिया, भूसाटोली के थोक बर्तन बाजार की हो या सीसामऊ, पी रोड, गुमटी, बर्रा, गोङ्क्षवद नगर कर्रही, कल्याणपुर में बर्तन की दुकानों की, सबसे ज्यादा भीड़ इन्हीं दुकानों में थी। शाम की भीड़ से बचने के लिए बहुत से परिवार दोपहर में ही खरीदारी करने के लिए बाजारों में पहुंच चुके थे। सामान्य तौर पर बर्तन की जिन दुकानों पर एक अकेला दुकानदार होता था, वहां आज छह-सात सहयोगी भी थे। किसी ने कुकर, किसी ने कड़ाही खरीदी तो किसी ने शगुन पूरा करने के लिए चम्मच का सेट खरीदा। थाली सेट, डिनर सेट, टी सेट की भी खूब बिक्री रही। बर्तन कारोबारी प्रदीप गुप्ता के मुताबिक बाजार उम्मीद से भी अच्छा रहा है।

 

सराफा बाजार में खिले चेहरे 

सराफा बाजार में कारोबारियों के चेहरे खिले-खिले से नजर आए। पिछले वर्ष कारोबारी कोरोना की वजह से परेशान थे। बिरहाना रोड, नयागंज, चौक सराफा में दिनभर खरीदारों का आना जाना लगा रहा। बहुत से लोगों ने पहले से अपने जेवरों की बुकिंग करा के रखी हुई थी जिसकी वजह से उन्हें आते ही डिलीवरी दे दी गई। सोने में जहां गिन्नी, जेवर और बुलियन खरीदे गए वहीं चांदी में सिक्कों की खूब बिक्री हुई। हर वर्ष एक चांदी का सिक्का खरीदने की परंपरा बनाने वालों ने बाकी खरीदारी के साथ सिक्का भी खरीदा। जेवरों में सबसे ज्यादा रिंग, चेन और लाइटवेट ज्वेलरी पसंद की गई। कारोबारियों के मुताबिक रात तक सराफा बाजार में बिक्री का आंकड़ा 200 करोड़ को पार कर चुका था। 

सभी ने खरीदीं लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां

धनतेरस की खरीदारी करने के लिए निकले लोगों ने लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भी खरीदीं। सभी ने मूर्तियों को अपने हिसाब से परखा। किसी ने गणेश की सूंड़ किस तरफ है, इसे चेक किया तो किसी ने लक्ष्मी जी के पैर दिख तो नहीं रहे हैंं। इस पर ध्यान दिया। मिट्टी की मूर्तियों में 50 रुपये से लेकर 5,000 रुपये तक की कीमत रही। लक्ष्मी गणेश की ज्यादातर दुकानें सड़क किनारे ही लगी हुई थीं। नवीन मार्केट, हालसी रोड, कलक्टरगंज, चकेरी, लालबंगला, बर्रा, गोविंद नगर शास्त्री नगर सभी बाजारों में लोगों ने अपने हिसाब से मूर्तियों को जांचा परखा। दुकानदार सुरेश प्रजापति के मुताबिक पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष बहुत अच्छी बिक्री हुई।

कारों में डिलीवरी वालों की ही बुकिंग, दोपहिया में जबरदस्त कारोबार

कारों के शोरूम में ज्यादातर कारें उन लोगों ने ही लीं जिनकी पहले से बुकिंग थी। करीब पांच सौ कारों की डिलीवरी दिनभर में की गई। दूसरी ओर दो पहिया वाहनों में चार हजार करीब स्कूटी और बाइक बिकीं। कार शोरूम संचालकों के मुताबिक बहुत अच्छी मांग थी, अगर कंपनी से और कारें मिलतीं तो वे भी बड़े आराम से बिक जातीं। वहीं दोपहिया वाहन के शोरूम संचालकों ने कहा कि इस तरह की बिक्री की इंडस्ट्री को बहुत ज्यादा जरूरत थी।

फ्लैट की बुकिंग, भूखंडों की रजिस्ट्री

अपने फ्लैट की खरीदारी को यादगार बनाने के लिए बहुत से लोगों ने धनतेरस के दिन अपनी बुकिंग की। खासतौर पर शहर के बाहरी हिस्सों में बने अपार्टमेंट में लोगों ने फ्लैट बुक कराए। दूसरी ओर जिन लोगों के सौदे फाइनल हो चुके थे, उन्होंने धनतेरस के दिन अपनी जमीनों की रजिस्ट्री कराई। 

इलेक्ट्रानिक शोरूम नए माडल की मांग रही 

माल रोड, 80 फीट रोड, लाजपत नगर, स्वरूप नगर में इलेक्ट्रानिक शोरूम में दोपहर में ही खरीदारी शुरू हो गई थी। सबसे ज्यादा नए माडल्स की मांग थी। गीजर, ब्लोअर की खूब खरीदारी हुई। जिनके पास पहले से वाशिंग मशीन थीं, उन्होंने अपने माडल को अपडेट किया वहीं जो पहली बार इन्हें खरीद रहे थे, उन्होंने सभी माडल के बारे में जानकारी हासिल कर अपने हिसाब से इन्हें खरीदा। इसके अलावा मोबाइल और लैपटाप की बिक्री सबसे ज्यादा रही। 

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