पुलिसिया दरिंदगी और पिता पर जुल्म ने वेंटिलेटर पर पहुंचाया, एसडीएम ने दर्ज किए किशोरी के बयान
कानपुर देहात के राजपुर में फोटो वायरल मामले में थानाध्यक्ष पर किशोरी को दो दिन थाने पर बुलाकर प्रताडि़त करने का आरोप है मामला तूल पकड़ने के बाद आरोपित थानाध्यक्ष को निलंबित करने के साथ जांच शुरू करा दी गई है।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर देहात के राजपुर थानाध्यक्ष पर छेड़छाड़ और दरिंदगी का आरोप लगाकर जहर खाने वाली किशोरी की पीड़ा केवल उतनी ही नहीं हैं, जितनी पेश की जा रही है। असल में पर्दे के पीछे जुल्म और पुलिसिया दरिंदगी की ऐसी दास्तान है, जिसकी वजह से एक 15 साल की बच्ची वेंटिलेटर तक पहुंच गई। मामला तूल पकडऩे के बाद थानाध्यक्ष विनोद कुमार को निलंबित जरूर कर दिया गया, पर पुलिस अब भी तमाम पहलुओं पर पर्दा डालने की भरपूर कोशिश कर रही है। पीडि़त परिवार भी पुलिस के दबाव में लग रहा है, क्योंकि पीडि़ता ने मोबाइल छीनने के दौरान छेड़छाड़ व नोचने की बात कही है, वहीं तस्वीरों में भी दरिंदगी साफ दिख रही है।
कानपुर देहात के राजपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी किशोरी को 29 अगस्त को गंभीर हालत में एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस अधिकारियों की ओर से बताया गया कि स्वजन ने आरोप लगाया है कि किशोरी ने थाना प्रभारी द्वारा गलत तरीके से छुए जाने से आहत होकर यह कदम उठाया। दो दिन से पुलिस मामले को दबा रही थी पर दैनिक जागरण ने बुधवार के अंक में इस मामले को प्रमुखता से उठाया और घटना के 60 घंटे बाद भी किशोरी का मेडिकोलीगल न कराए जाने पर सवाल खड़े किए तो प्रकरण ने तूल पकड़ लिया। आनन फानन आरोपित थानाध्यक्ष विनोद कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
एसडीएम रसूलाबाद अंजू वर्मा और सीओ लाइन तनु उपाध्याय एलएलआर अस्पताल पहुंची और पीडि़ता व उसकी मां के बयान दर्ज किए। किशोरी ने बताया कि एक माह पहले गांव के दबंगों ने उसके पिता पर जुल्म ढाया था। अपहरण के बाद उन्हेंं तेजाब से जलाने की कोशिश हुई, मगर थाना पुलिस ने सुनवाई नहीं की। फोटो वायरल प्रकरण में भी उसकी गलती नहीं थी, इसके बावजूद उसे ही तंग किया गया। थानाध्यक्ष ने मां को कमरे के बाहर बैठाकर उससे कमरे में मोबाइल छीनने के बहाने छेड़छाड़ की, जिससे उसके हाथ और गले में नाखून से जख्म बन गए। आइजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, सच्चाई जल्द सामने आ जाएगी।