कानपुर देहात में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया, बैंक में कतार में खड़ी वृद्धा की उखड़ गईं सांसें
एसआइ रामकिशोर पुलिस बल के साथ पहुंचे और पूछताछ की। एसआइ ने बताया कि स्वजन शव ले गए। मौत स्वभाविक हुई है स्वजन ने शिकायत नहीं की है। सहायक प्रबंधक धीमेंद्र सचान का कहना है कि मानवता के नाते उनके स्वजन को विड्रॉल लेकर रुपये सौंप दिए गए।
कानपुर, जेएनएन। सिकंदरा कस्बे के पटेल चौक चौराहे के समीप मंगलवार सुबह बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में रुपये निकालने के लिए कतार में लगी वृद्धा की मौत हो गई। इससे बैंक कर्मियों व कतार में लगे लोगों में अफरातफरी मच गई। आनन-फानन बैंक कर्मियों ने तत्काल उनके खाते से रुपये निकाल स्वजन को थमा दिए।
खोजाफूल कस्बा निवासी फाका मशीह की 80 वर्षीय पत्नी फातिमा बेगम सुबह अपने नाती नूर आलम व फीरोजाबाद निवासी रिश्तेदार मोहम्मद शाहिद के साथ बैंक से रुपये निकालने आईं थीं। वह कतार में खड़ी थीं, तभी अचानक गश खाकर गिर पड़ीं। उन्हें अस्पताल ले जाने का प्रयास किया जाता, तब तक उनकी मौत हो गई। इससे बैंक कर्मी घबरा गए और खाते से रुपये निकाले जाने के लिए भरा गया विड्रॉल फार्म लेकर तत्काल स्वजन को छह हजार रुपये सौंप दिए। एसआइ रामकिशोर पुलिस बल के साथ पहुंचे और पूछताछ की। एसआइ ने बताया कि स्वजन शव ले गए। मौत स्वभाविक हुई है, स्वजन ने शिकायत नहीं की है। सहायक प्रबंधक धीमेंद्र सचान का कहना है कि मानवता के नाते उनके स्वजन को विड्रॉल लेकर रुपये सौंप दिए गए।