कानपुर: दादानगर में फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण जनवरी से होगा शुरू, चार मंजिला इमारत में लगेंगी 56 इकाइयां

दादानगर में 6071.18 वर्गमीटर क्षेत्रफल में 61 करोड़ से भूतल समेत चार मंजिला इमारत बनाई जाएगी। इसमें 56 औद्योगिक इकाइयां स्थापित होनी है। इस तरह आगरा में 20960 वर्गमीटर में भूतल समेत पांच मंजिला इमारत का निर्माण होना है और यहां 241 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की जानी है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 04:10 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 04:10 PM (IST)
कानपुर: दादानगर में फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण जनवरी से होगा शुरू, चार मंजिला इमारत में लगेंगी 56 इकाइयां
दादनगर में फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण जनवरी से शुरु हो जाएगा। प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जागरण संवाददाता। आगरा के फाउंड्रीनगर और कानपुर के दादानगर में फ्लैटेड फैक्ट्री ( बहुमंजिला इमारतों में उद्योग) का निर्माण कार्य शुरू होगा। उप्र लघु उद्योग निगम ( यूपीएसआइसी ) प्रबंधन ने फ्लैटेड फैक्ट्री के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की है। दादानगर की फैक्ट्री के लिए जहां उद्योग विभाग को फजलगंज स्थित कार्यालय में मानचित्र स्वीकृत करने के लिए आवेदन किया गया है वहीं फाउंड्री नगर की बहुमंजिला इमारत के लिए उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण मुख्यालय में प्रस्ताव दिया गया है। मंजूरी मिलने के बाद टेंडर निकाला जाएगा। टेंडर का कार्य हर हाल में 20 दिसंबर तक पूरा करने की योजना है। इसके साथ जनवरी 2022 में इसका निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। इनके निर्माण का कार्य शुरू होते ही निगम प्रबंधन लखनऊ के सरोजनी नगर, गाजियाबाद  में फ्लैटेड फैक्ट्री बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसी के साथ ही उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण को भी प्रस्ताव दिया जाएगा कि वह निगम को बतौर कंसलटेंट नामित करे और अपने औद्योगिक क्षेत्रों में फ्लैटेड फैक्ट्री के प्रोजेक्ट पर काम कराए।

दादानगर में 6071.18 वर्गमीटर क्षेत्रफल में 61 करोड़ से भूतल समेत चार मंजिला इमारत बनाई जाएगी। इसमें 56 औद्योगिक इकाइयां स्थापित होनी है। इस तरह आगरा में 20,960 वर्गमीटर में भूतल समेत पांच मंजिला इमारत का निर्माण 134 करोड़ रुपये से होना है और यहां 241 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की जानी है। इन औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए लोगों को लीज पर फ्लैट उपलब्ध कराए जाएंगे। खास बात यह है कि यहां जो भी उद्योग लगेंगे वे गैर प्रदूषणकारी होंगे। उतना ही नहीं, इनकी स्थापना के लिए उद्यमियों को किसी तरह की एनओसी भी नहीं लेनी पड़ेगी। भवन निर्माण के साथ ही उद्योग, प्रदूषण, अग्निशमन विभाग , विद्युत विभाग समेत विभिन्न विभागों की एनओसी उप्र लघु उद्योग निगम ही ले लेगा। इसी तरह कानपुर के फजलगंज मे भी सात करोड़ रुपये की लागत से भूतल समेत तीन मंजिला इमारत बनाई जानी है इसमें सात करोड़ रुपये खर्च होगा और आठ इकाइयां स्थापित होंगी। लखनऊ के सरोजनी नगर स्थित स्कूटर इंडिया की 6930 वर्ग मीटर भूमि पर भी भी पर भी 76 करोड़ रुपये से भूतल समेत चार मंजिला इमारत बनेगी। इसमें 56 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना होगी। गाजियाबाद में 5725.75 वर्ग मीटर में भूतल समेत चार मंजिला इमारत बननी है। 93 करोड़ रुपये की लागत से बनेगी और 60 इकाइयों की स्थापना इसमें की जानी है। आगरा और दादा नगर में निर्माण शुरू होते ही अन्य जगहों का डीपीआर बनेगा। निगम के अधिशासी अभियंता प्रभात वाजपेयी का कहना है कि फ्लैटेड फैक्ट्री से कम जगह में ज्यादा उद्योग लगेंगे।

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