भइया ! जाने वाला तो चला गया अब बस बॉडी दिलवा दीजिए...सुनते ही रोए कानपुर के हैलट में मौजूद लोग

Kanpur COVID-19 News Update एक निजी संस्थान में काम करने वाले लालबंगला निवासी 47 वर्षीय व्यक्ति को शनिवार रात सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत हुई तो पत्नी उन्हें लेकर एलएलआर हॉस्पिटल (हैलट) अस्पताल आईं। कोरोना सरीखे लक्षण देख डॉक्टरों ने उन्हें होल्डिंग एरिया में रख दिया।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:47 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:47 AM (IST)
भइया ! जाने वाला तो चला गया अब बस बॉडी दिलवा दीजिए...सुनते ही रोए कानपुर के हैलट में मौजूद लोग
कानपुर के हैलट अस्पताल की सांकेतिक तस्वीर।

कानपुर, [अनुराग मिश्र]। Kanpur COVID-19 News Update भइया अब न बेड किसी काम का है और न ऑक्सीजन। जाने वाला तो चला गया, अब बस बॉडी दिलवा दीजिए। महिला के दर्द में डूबे इन शब्दों को जिसने सुना, उसका दिल जार-जार रो दिया। लालबंगला निवासी महिला के पति का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया गया।

एक निजी संस्थान में काम करने वाले लालबंगला निवासी 47 वर्षीय व्यक्ति को शनिवार रात सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत हुई तो पत्नी उन्हें लेकर एलएलआर हॉस्पिटल (हैलट) अस्पताल आईं। कोरोना सरीखे लक्षण देख डॉक्टरों ने उन्हें होल्डिंग एरिया में रख दिया। वहां कोविड जांच के बाद उन्हें वहीं लिटा दिया गया। न पंखा चल रहा था और न कोई देखने वाला। दूर से देख रहीं उनकी पत्नी कभी डॉक्टर तो कभी वार्ड ब्वाय के पास दौड़तीं लेकिन कोई मददगार नहीं साबित हुआ। वो किसी वार्ड में एक बेड की दरकार लगा रही थीं। एक डॉक्टर ने उनकी बात सुनी फिर कहा कि कोविड रिपोर्ट आए बिना तो बेड मिलना संभव नहीं है। रात रिपोर्ट के इंतजार में बीत गई। सुबह उन्होंने फिर डॉक्टर को फोन किया तो वो बोले-रिपोर्ट आ गई है क्या, बेड का इंतजाम करा देते हैैं लेकिन महिला बोलीं कि देर रात ही उनकी मौत हो गई है। अब उनकी बॉडी नहीं दे रहे हैैं, उसे दिलवा दीजिए लेकिन बेबस डॉक्टर वो भी नहीं करा सके। बस महिला के सामने उनके पति का अंतिम संस्कार विद्युत शवदाह गृह में हो गया और वो रोती-बिलखती घर चली गईं।

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