Coronavirus Vaccination Centers in Kanpur: कानपुर में कल कहां-कहां होगा काेरोना वैक्सीनेशन, यहां पढ़ें
Kanpur Coronavirus Vaccination Update कोरोना महामारी से बचाव के लिए मेगावैक्सीनेशन कैंप अब भी अनवरत रूप से जारी है। खबरों की इस कड़ी में हम आपकाे बताएंगे कि कानपुर शहर में किन स्थानों पर काेरोना वैक्सीनेशन चल रहा है।
कानपुर, जेएनएन। 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के व्यक्तियों को कोविशील्ड की द्वितीय डोज लगाई जाएगी : कल्याणनपुर, सरसौल, बिधनू, बिल्हौर, शिवराजपुर, चौबेपुर, घाटमपुर, पतारा, भीतरगांव, हेल्थ सेंटर विश्वविद्यालय, बैरी कल्याणपुर, रावतपुर, अर्मापुर, होम्योपैथिक कालेज, गुजैनी, बर्रा, जागेश्वर, जरौली, ग्वालटोली, हिन्दुस्तान टाइम्स, ग्रीनपार्क दो सत्र, हरजंिदर नगर, खत्री धर्मशाला, डीडी विद्या निकेतन, किदवई नगर, बीएन भल्ला, गंगापुर, धरीपुरवा, नागरिक धर्मशाला, केपीएम, उर्सला, जिला न्यायालय, महिला स्पेशल डफरिन, गुरु नारायण खत्री इंटर कालेज, अनवरगंज, रायपुरवा, नवाबगंज, जीएसवीएम मेडिकल कालेज, जीएसवीएम मेडिकल कालेज में विदेश यात्रा सत्र, हुमायूबाग, नेहरू नगर, केडीए, जर्नलिस्ट क्लब, कैंट, सीओडी।
18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के व्यक्तियों को कोवैक्सीन की द्वितीय डोज लगाई जाएगी : नौबस्ता, आवास विकास, गीता नगर केशवपुरम, ग्वालटोली, गांधीग्राम।
कुरसौली में अब 24 घंटे तैनात रहेगी मेडिकल टीम : कुरसौली गांव निवासी बुखार पीडि़त चंद्रशेखर तिवारी ने अस्पताल में भर्ती होने से इन्कार कर दिया है, जबकि गुरुवार रात जब डीएम आलोक तिवारी ने उनसे मुलाकात की थी तो वे तैयार हो गए थे। बाद में उन्होंने कह दिया कि पत्नी व बहू नहीं रहीं, अब कहीं नहीं जाएंगे, इलाज कराना है तो यहीं कराएं। इस पर डीएम ने गांव में 24 घंटे डाक्टरों की टीम तैनात करने के निर्देश सीएमओ को दिए हैं।
जिलाधिकारी आलोक तिवारी, एडीएम सिटी अतुल कुमार, एसडीएम दीपक पाल और सीएमओ डा. नैपाल ङ्क्षसह समेत कई अधिकारी गुरुवार देर रात कुरसौली गांव में रुके थे। उन्होंने बुखार पीडि़तों से मिलकर उनका हालचाल जाना था। साथ ही ग्रामीणों को मच्छरदानी, मास्क लगाने फुल शर्ट और पैंट पहनने के लिए जागरूक किया था। डीएम ने बुखार पीडि़तों की निगरानी के लिए 24 घंटे गांव में ही मेडिकल टीम को रुकने के निर्देश दिए हैं। इस टीम में डाक्टर, फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वाय और स्टाफ नर्स की ड्यूटी लगाई जाएगी। उसमें से दो बुखार पीडि़त ग्रामीणों को अस्पताल में भर्ती कराने का निर्देश दिया। बुखार पीडि़तों की जानकारी के लिए अलग से वाट््सएप ग्रुप बना दिया गया है। इसमें लेखपाल, सचिव और डाक्टर को शामिल किया गया है। इस ग्रुप में ही किसी भी गांव में कोई बुखार पीडि़त होगा तो उसका नाम, मोबाइल नंबर , उम्र आदि लिखकर अपडेट करना होगा। इसके बाद चिकित्सक गांव जाकर जांच करेंगे।