कानपुर में सीएमओ ने फिर से शुरू कराई बंद जांच, केंद्र सरकार से हुई थी ओवर बिलिंग की शिकायत
पहले 31 जुलाई को पत्र जारी कर जिलाधिकारी को जांच शुरू होने की सूचना दी गई थी। उसके अगले दिन यानी 1 अगस्त को जांच पूरी कर पोर्टल पर बंद कर दी गई। इसकी सूचना शिकायतकर्ता को भी भेजी दी गई।
कानपुर, जेएनएन। केंद्र सरकार से हुई निजी कोविड हास्पिटल में ओवर बिलिंग की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीएम कार्यालय से जांच के आदेश दिए गए थे। उसके बावजूद बिना सीएमओ को जानकारी दिए नर्सिंग होम के नोडल अफसर एवं बाबू ने मिलकर बिना पीडि़त का पक्ष जाने फर्जी तरीके से निस्तारित कर दी गई थी। इस प्रकरण को जब दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया तो सीएमओ ने फिर से जांच शुरू कराई है। अब निजी अस्पताल संचालक एवं शिकायतकर्ता को सूचना देकर 7 अगस्त को बुलाया गया है।
पहले 31 जुलाई को पत्र जारी कर जिलाधिकारी को जांच शुरू होने की सूचना दी गई थी। उसके अगले दिन यानी 1 अगस्त को जांच पूरी कर पोर्टल पर बंद कर दी गई। इसकी सूचना शिकायतकर्ता को भी भेजी दी गई। नर्सिंग होम का पलट देख रहे लिपिक दीप मल्होत्रा ने फोन करके सूचित भी कर दिया। जब दैनिक जागरण ने इस प्रकरण को 2 अगस्त के अंक में प्रकाशित किया। इस सीएमओ डा. नैपाल ङ्क्षसह ने संज्ञान में लिया। उन्होंने नोडल अफसर एवं लिपिक को फटकार भी लगाई।
बैक डेट से जारी किया पत्र: उसके बाद नर्सिंग होम के नोडल अफसर ने 31 जुलाई यानी बैक डेट में निजी अस्पताल संचालक को पत्र जारी किया है। संचालक को सात अगस्त को दोपहर 2 बजे बुलाया है। जांच के लिए निर्धारित समय पर नहीं पहुंचने पर उनका पंजीकरण भी निरस्त किया जा सकता है। वहीं, शिकायतकर्ता नीरज गुप्ता या मरीज पंकज गुप्ता को उसी दिन दोपहर 12 बजे रामा देवी स्थित सीएमओ कार्यालय तलब किया है।