कानपुर में बारिश से मौसम हुआ खुशनुमा, तीन दिनों तक बारिश होने के आसार

चक्रवात तूफान जवाद का असर यूपी में दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग के अनुसार धूप बदली और बारिश का सिलसिला गुरुवार तक जारी रह सकता है। बारिश जहां धान राई तिल आलू की फसलों के लिए नुकसानदायक है वहीं बुआई के लिए राहत से कम नहीं है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 11:57 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 11:57 PM (IST)
कानपुर में बारिश से मौसम हुआ खुशनुमा, तीन दिनों तक बारिश होने के आसार
अगले तीन दिनों तक बारिश होने के आसार।

 कानपुर, जेएनएन। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात जवाद का असर यूपी में देखने को मिल रहा है। कानपुर में सोमवार को सुबह से आसमान में बादल छाए रहे जो रुक-रुक कर बरसे। दोपहर बाद मौसम खुशनुमा हो गया। इस बारिश से ठंड की दस्तक के आसार बन गए हैं। बारिश से शहर में कुछ जगह जलभराव की भी स्थितियां बन गईं। कई जगह लोेगों को जलभराव का सामना करना पड़ा। धूप, बदली और बारिश का सिलसिला गुरुवार तक जारी रह सकता है। हवा सामान्य से थोड़ी तेज चलेगी, जबकि तापमान में गिरावट होगी। वातावरण में ठंडक का हल्का सा असर होना शुरू हो जाएगा। बारिश जहां धान, राई, तिल, आलू की खड़ी फसलों के लिए नुकसानदायक है, वहीं बुआई वाली फसलों के लिए राहत से कम नहीं है। किसानों को खेतों में पर्याप्त पानी मिल गया है, जिससे गेहूं, सरसों, गोभी, चना, मटर और अन्य सब्जियां लगा सकेंगे। 

चक्रवाती तूफान जवाद के असर से उत्तर भारत के राज्यों में बारिश हो रही है। उत्तर प्रदेश में भी सिस्टम सक्रिय हैं। झारखंड और मध्य प्रदेश के ऊपर चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है। अफगानिस्तान की ओर से शुष्क हवा आ रही है। मैदानी क्षेत्रों में शुष्क और नमी युक्त हवा का टकराव हो रहा है। दोनों के मिलन से तेज हवा और वर्षा हो रही है। बिजली गिरने का खतरा भी बना हुआ है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडे ने बताया कि गुरुवार तक बारिश होने का अनुमान है। यह कुछ हिस्सों में अधिक तो कुछ में कम हो सकती है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी। सोमवार को अधिकतम तापमान 32.6, न्यूनतम 24.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। हवा 6.6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली। रात आठ बजे तक 10 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई। 

पश्चिमी विक्षोभ हुआ सक्रिय: डा. पांडेय ने बताया कि जम्मू कश्मीर के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो गया है। यह मैदानी क्षेत्रों की हवा को तेजी से अपनी ओर खींच रहा है। चक्रवाती तूफान और पश्चिमी विक्षोभ के असर से पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश की संभावना बनी हुई है। 

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