kanpur में सरकारी जमीन कब्जाने वाले 108 लोगों को नोटिस

देहली सुजानपुर में हाईवे किनारे 700 करोड़ रुपये की जमीन को कब्जाने के मामले में रिपोर्ट तो दर्ज हो ही चुकी है अब केडीए ने अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी भेज दिया है। इसके अलावा जमीन से जुड़े दस्तावेज भी खंगाले जा रहे हैैं।

By Rahul MishraEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 10:56 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 10:56 AM (IST)
kanpur में सरकारी जमीन कब्जाने वाले 108 लोगों को नोटिस
सरकारी जमीनों पर कब्जा कर प्लाट बेच रहे भू माफिया। प्रतीकात्मक चित्र

कानपुर, जेएनएन। चकेरी क्षेत्र के दहेली सुजानपुर में हाईवे किनारे कब्जाई गई 700 करोड़ रुपये की सरकारी जमीन मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के साथ ही कानपुर विकास प्राधिकरण ने वहां बसे 108 लोगों को नोटिस देकर जवाब मांगा है। आसपास स्थित जमीन से जुड़े दस्तावेज भी खंगाले जा रहे हैं। केडीए अफसरों के साथ मिलकर भूमाफिया धड़ल्ले से ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा करके प्लाटिंग कर रहे हैं।

देहली सुजानपुर के सनिगवां क्षेत्र में स्थित 700 करोड़ रुपये की गाटा संख्या 93 में 2.622 हेक्टेयर जमीन पर भी यही हुआ। यहां विश्वकर्मा कोऑपरेटिव सोसाइटी बस गई और भूखंड बेच दिए गए। इस मामले में केडीए अभियंताओं की लापरवाही भी सामने आ रही है। दस्ता देखता रहा और प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कॉलोनी बसती गईं। 25 साल पहले बसी सोसायटी में हो रहे निर्माणों पर कार्रवाई की जाती तो पहले ही ये सामने आ जाता कि जमीन प्राधिकरण की है। केडीए ने वर्ष 2018 में जमीन से अवैध निर्माण हटाए थे, लेकिन कब्जा नहीं लिया था। बाद में वर्ष 2019 में नोटिस दी, लेकिन उसका फॉलोअप नहीं किया। तत्कालीन उपाध्यक्ष ने मुकदमा दर्ज कराने के आदेश  दिया था, लेकिन अफसरों ने यह भी नहीं किया। 

अब मंडलायुक्त डॉ राजशेखर के आदेश पर केडीए ने सात सौ करोड़ रुपये के जमीन घोटाले का मुकदमा दर्ज कराया है।  ऐसे ही कटरी में हो गए थे निर्माण बैराज से लगे कटरी में शंकरपुर सराय, लुधवाखेड़ा, छोटा मंगलपुर और लक्ष्मीपुरवा में भी ग्राम समाज की जमीन पर भूमाफिया ने कब्जा कर लिया था। दैनिक जागरण की ओर से मामले का पर्दाफाश किए जाने के बाद अफसरों की नींद टूटी और साढ़े सात सौ बीघा जमीन खाली कराकर कब्जा लिया गया। बाकी जमीन पर कब्जेदारों को नोटिस दी गई है, फरवरी में ध्वस्तीकरण अभियान चलाया जाएगा। 

खेल ऐसे हुआ

गाटा संख्या 93 में केडीए की जमीन के साथ ही निजी जमीन भी थी। निजी जमीन की आड़ में लोगों ने केडीए की जमीन पर कब्जे दिला दिए। रजिस्ट्री अपनी जमीन की कराई और कब्जा प्राधिकरण की जमीन पर दिया। अब सनिगवां के आसपास बिना लेआउट बनीं दर्जनों सोसायटी की जांच की जाएगी।

इनका है कहना 

जमीन की जांच करायी जा रही है। मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। तत्कालीन उपाध्यक्ष के आदेश के बाद भी कार्रवाई न करने वालों को चिह्नति करके कार्रवाई की जाएगी।       - राकेश कुमार सिंह, उपाध्यक्ष, केडीए

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