एआइटीएच के बीटेक छात्र बना रहे 'गुड़ का साथी', समझेगा किसानों की हिंदी और बढ़ाएगा आमदनी
एक जिला एक उत्पाद कंपटीशन में एआइटीएच के बीटेक छात्र अनंत का आइडिया चयनित हुआ है। अपने आइडिया से एप बनाने के लिए एकेटीयू ने उन्हें 12 हजार की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की है। यह किसानों व ग्राहकों के बीच से बिचौलियों को खत्म करेगा।
कानपुर, जेएनएन। कहते हैं कि अगर किसी काम को शिद्दत से किया जाए तो कामयाबी कदम चूम ही लेती है। डॉ. अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड 'एआइटीएच' के बीटेक कंप्यूटर साइंस के तृतीय वर्ष के छात्र अनंत वैश्य पर यह कहावट सटीक बैठती है। किसानों व ग्राहकों के बीच से बिचैलियों को खत्म करने के लिए उनके एप का आइडिया 'गुड़ का साथी' एक जिला एक उत्पाद कंपटीशन में चयनित हुआ है।
अन्नदाताओं के लिए उनके इस आइडिया की खासियत यह है कि वह यह एप हिंदी में बना रहे हैं। इसमें किसान बोलकर भी अपना पंजीकरण करा सकेंगे। अनंत बताते हैं कि तीन से चार रुपये प्रति किलो कमाने वाले किसान इस एप से 20 से 25 रुपये कमा सकेंगे। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय 'एकेटीयू' ने छात्र को अपने चयरित आइडिया पर एप का प्रोटोटाइप तैयार करने के लिए 12 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी है। इस कंपटीशन में प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों से 157 आइडिया आए थे। उसमें से 14 आइडिया शॉर्ट लिस्ट हुए थे। कोविड-19 के कारण इन चयनित छात्रों ने अपने आइडिया ऑनलाइन प्रस्तुत किए। उनमें से छह आइडिया को फाइनल के लिए चुना गया। अब यह छात्र अपने प्रोटोटाइप तैयार करके अगले माह उसका प्रस्तुतिकरण देंगे।
अनंत बताते हैं कि गुड़ बेचने की प्रक्रिया बहुत लंबी होती है। इस प्रक्रिया में बिचौलिए किसानों से बीच में उनका काफी मुनाफा ले लेते हैं। उनके इस एप से गुड़ न केवल ग्राहकों तक सीधे पहुंचेगा बल्कि किसानों को चॉकलेट गुड़, गुड़ मिठाई व गुड़ कैंडी जैसे उत्पाद बनाने की रैसिपी भी इस एप के जरिए सिखाई जाएगी। छात्र की इस उपलब्धि पर एआइटीएच निदेशक प्रो. रचना अस्थाना, कंप्यूटर साइंस के विभागाध्यक्ष रोहित शर्मा व मीडिया प्रभारी मनीष सिंह ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।