कानपुर में तैनात जीआरपी के सिपाही ने प्रयागराज में गोली मारकर की आत्महत्या, वजह की तलाश में जुटी पुलिस
प्रयागराज में सर्विस रिवाल्वर से आत्महत्या करने वाला हेड कांस्टेबल खुशमिजाज का था। उसके साथ एस्कार्ट में गए साथी हेड कांस्टेबल सुरेंद्र पटेल ने बताया कि हम लोग 18 सितंबर को प्रयागराज गए थे। तब उसने कोई ऐसी बात नहीं की।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर में तैनात प्रयागराज के मांडा के रहने वाले जीआरपी हेड कांस्टेबल चिंतामणि यादव ने सोमवार सुबह जीआरपी पुलिस लाइन के शौचालय में सरकारी पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। बताया गया है कि हेड कांस्टेबल एस्कार्ट ड्यूटी में कानपुर से प्रयागराज आया था। उसने आत्महत्या किन कारणों से की, इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। सूचना मिलने पर एसपी जीआरपी एसएस मीणा, सीओ जीआरपी समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर गए। शव को पोस्टमार्टम के लिए एसआरएन भेज दिया गया है। वहां पर हेड कांस्टेबल के परिवार के सदस्य भी आ गए हैं। एसपी रेलवे एस एस मीणा का कहना कि किन कारणों से हेड कांस्टेबल ने आत्महत्या की, इसकी जांच की जा रही है।
खुशमिजाज थे हेड कांस्टेबल: प्रयागराज में सर्विस रिवाल्वर से आत्महत्या करने वाले हेड कांस्टेबल खुशमिजाज थे। उनके साथ एस्कार्ट में गए साथी हेड कांस्टेबल सुरेंद्र पटेल ने बताया कि हम लोग 18 सितंबर को प्रयागराज गए थे। तब उसने कोई ऐसी बात नहीं की। व्यवहार भी सामान्य था। बिल्कुल भी अंदेशा नही था कि वह आत्महत्या कर लेगा। सोमवार को वापस कानपुर आना था। कई बार फोन लगाया लेकिन फोन नहीं उठा। बाद में घटना की जानकारी हुई।
तीन साल से थे तैनात: हेड कांस्टेबल चिंतामणि यादव जीआरपी थाने में अगस्त 2019 से तैनात थे। चूंकि परिवार प्रयागराज में ही रहता है इसलिए उसकी एस्कार्ट में ड्यूटी भी प्रयागराज के लिए लगा दी गयी थी। जीआरपी इंस्पेक्टर धर्मेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक उन्हें जानकारी मिली है कि जब चिंतामणि यादव बैग लेकर स्टेशन पहुंचे तो उसी दौरान फोन पर किसी से तल्ख लहजे में बात कर रहे थे। एक साथी सिपाही को बैग देखने की बात कहकर बाथरूम चले गए और वहीं खुद को गोली मार ली। आत्महत्या के कारणों पर प्रयागराज जीआरपी जांच कर रही है।