बार एसोसिएशन के पदाधिकारी बोले- न आएं कानपुर कचहरी, हाईकोर्ट को पत्र भेज करेंगे अवकाश की मांग
कानपुर में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सतर्कता शुरू कर दी है। बार एसोसिएशन के महामंत्री और लॉयर्स एसोसिएशन के महामंत्री ने जिला जज को कोविड की वर्तमान स्थिति से अवगत कराते हुए अवकाश घोषित करने की मांग की और हाईकोर्ट को पत्र भेजने की बात कही।
कानपुर, जेएनएन। कोविड के बढ़ते संक्रमण और शहर के मौजूदा हालातों को देखकर एशिया की सबसे बड़ी बार एसोसिएशन के पदाधिकारी भी खासा सतर्क हो गए हैं। वकीलों से लगातार इंटरनेट मीडिया पर अपील कर रहे हैं कि जरूरत न हो तो कचहरी न आएं। पदाधिकारियों ने इसके लिए जनपद न्यायाधीश से भी बात की और अवकाश घोषित करने की मांग की। जनपद न्यायाधीश ने कहा कि वह प्रशासन और सीएमओ की रिपोर्ट के आधार पर ही कोई निर्णय ले सकते हैं, जिसके बाद पदाधिकारियों ने तय किया कि हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र भेजकर अवकाश घोषित करने की मांग की जाएगी।
शहर में कोविड संक्रमण तेजी से पांव पसार चुका है। हर दिन करीब दो हजार लोग संक्रमित हो रहे हैं और मौतों का सिलसिला भी लगातार जारी है। ऐसे में को बार एसोसिएशन के महामंत्री राकेश तिवारी और लॉयर्स एसोसिएशन के महामंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह ने अधिवक्ताओं के साथ जिला जज आरपी सिंह से मुलाकात की और उन्हें कोविड की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया।
महामंत्री राकेश तिवारी ने बताया कि सोमवार को एकमोडेशन (अधिवक्ता की गैर मौजूदगी में आदेश न देना) पत्र जिला जज को दिया जाएगा। इसके साथ ही हाईकोर्ट को पत्र भेजकर न्यायालय में अवकाश की मांग की जाएगी ताकि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। अधिवक्ताओं से अपील की गई है कि वह 30 अप्रैल तक जरूरत न हो तो कोर्ट आने से बचें। महामंत्री ने कहा कि पिछली बार संक्रमण की चेन कचहरी में फैल गई थी जिसके चलते कई दिनों तक कचहरी बंद करनी पड़ी थी वहीं अधिवक्ता भी काफी परेशान हुए थे। लिहाजा इस बार पहले से ही सचेत किया जा रहा है ताकि विपरीत परिस्थितियों से बचा जा सके।