कानपुर के अधिवक्ताओं पर संकट के बादल, परीक्षा पास न करने वालों की जाएगी सदस्यता
कानपुर में लायर्स एसोसिएशन के नौ हजार में 1956 वकीलों का नहीं मिला डाटा, अंतिम तिथि तक 253 आपत्तियां अभी सात दिन और
जागरण संवाददाता, कानपुर : परीक्षा पास न करने वाले युवा अधिवक्ताओं की सदस्यता लॉयर्स एसोसिएशन रद कर देगा। महामंत्री के निर्देश के बाद संस्था कर्मचारियों ने वकीलों की सूची तैयार कर ली है। इसके बाद कुछ अधिवक्ताओं ने अपनी आपत्तियां भी दाखिल की हैं। फिलहाल आपत्ति दाखिल करने की तिथि बढ़ाकर 15 अगस्त कर दी गई है।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने लॉ कॉलेजों से पढ़कर निकल रहे विधि ग्रेजुएट के लिए 2010 से ऑल इंडिया बार इक्जामिनेशन (एआइबीई) जरुरी कर दिया था। नियम के मुताबिक परीक्षा पास करने वाले छात्र ही बार अथवा लॉयर्स एसोसिएशन में पंजीकृत होकर वकालत कर सकते हैं। इसके लिए डिग्री लेने के बाद पंजीकरण से पहले वकीलों को परीक्षा देनी होती है। लेकिन कानपुर में इन निर्देशों पर ध्यान नहीं दिया गया। निर्देश आने के बाद बार एसोसिएशन ने ऐसे अधिवक्ताओं का पंजीकरण कर दिया है, जबकि लॉयर्स एसोसिएशन में करीब 1500 वकीलों को सदस्य बना लिया था।
लॉयर्स एसोसिएशन के महामंत्री जितेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि इसमें से एक हजार युवा अधिवक्ताओं का सत्यापन कर लिया गया है। 250 वकीलों ने परीक्षा पास नहीं की है। 500 वकीलों का सत्यापन कार्य चल रहा है। जिसने भी परीक्षा पास नहीं की होगी, उनकी सदस्यता निरस्त कर दी जाएगी। संस्था सदस्यता सूची में नौ हजार से ज्यादा अधिवक्ता सदस्य हैं। इनका सत्यापन किया गया तो 1956 सदस्यों के डाटा का मिलान नहीं हुआ। इन्हें आपत्ति दाखिल करने के लिए समय दिया गया था, जिसमें से 253 सदस्यों ने आपत्ति दाखिल कर दी है। आपत्तियां दाखिल करने की अंतिम तिथि 15 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। आपत्तियों पर विचार के बाद निर्णय लिया जाएगा।