कानपुर में कोविड के सरकारी और निजी अस्पतालों में 685 बेड खाली, देखिए पूरी सूची

कानपुर में कोविड अस्पतालों में बेड न मिलने से संक्रमित मरीजों के तीमारदार भटकने को मजबूर हो रहे थे और मरीज दम तोड़ रहे थे। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने कोविड अस्पतालों में खाली बेड की रिपोर्ट जारी की है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 12:57 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 12:57 PM (IST)
कानपुर में कोविड के सरकारी और निजी अस्पतालों में 685 बेड खाली, देखिए पूरी सूची
काेरोना संक्रमितों के इलाज में होगी सुविधा।

कानपुर, जेएनएन। संक्रमण की रफ्तार कम होते ही बेड की किल्लत में कुछ कमी आई है। सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों में रोगियों को भर्ती किया जा रहा है। रविवार की को सरकारी और निजी अस्पतालों में 685 बेड खाली थे। यह रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की ओर से देर शाम जारी की गई है। सीएमओ डॉ. नेपाल सिंह ने बताया कि संक्रमण में कमी आनी शुरू हो गई है। शारीरिक दूरी का पालन करने के साथ ही मास्क पहना जाए। बिना वजह घर से बाहर न निकलें।

इन अस्पतालों में बेड खाली

आइसोलेशन बेड : जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 117, रामा मेडिकल कॉलेज में 259, कांशीराम कोविड अस्पताल में 16, नारायणा मेडिकल कॉलेज में 70, एसपीएम में 18, जीटीबी हॉस्पिटल में छह, एसआइएस हॉस्पिटल में तीन, प्रिया हॉस्पिटल में 18, कृष्णा सुपर स्पेशिएलिटी में 12, जेएल रोहतगी में 20, अपोलो हॉस्पिटल में छह, मधुराज हॉस्पिटल में 20, चांदनी हॉस्पिटल में दो बेड।

एचडीयू : रामा मेडिकल कॉलेज में चार, कांशीराम कोविड अस्पताल में दो, नारायणा मेडिकल कॉलेज में 10, रीजेंसी हॉस्पिटल में 12, जीटीबी हॉस्पिटल में एक बेड।

आइसीयू : नारायणा मेडिकल कॉलेज में 30 बेड।

मरीज के तीमारदार से रुपये लिए

कानपुर देहात के प्रेम शंकर शुक्ला की पत्नी आशा को सांस लेने में दिक्कत हुई। उन्हें घरवालों ने हैलट अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया। वहां ऑक्सीजन की आवश्यकता हुई। घरवालों का आरोप है कि एक युवक ने उनसे बाइपैप मशीन लगवाने के नाम पर पांच हजार रुपये ले लिए। अगले दिन फिर वह तीन हजार रुपये लेने के लिए आया। युवक से सवाल जवाब करने पर मशीन लेकर चला गया। उन्होंने मामले की जानकारी इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर को दी।

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