कानपुर के मशहूर कलाकार रामजी अवस्थी का निधन, रामलीला में निभाते थे बाणासुर की भूमिका
भीतरगांव के मडेपुर गांव निवासी रामजी अवस्थी 20 साल से रामलीला में वाणासुर का अभिनय करते थे। अपने अभिनय को लेकर वे आसपास के जनपदों कानपुर उन्नाव जालौन फतेहपुर हमीरपुर में भी बेहद मशहूर थे। बड़े बेटे रजत ने बताया कि पांच-छह दिन पहले पिता जी को बुखार आया था।
घाटमपुर, जेएनएन। रामलीला में वाणासुर का पाठ करने वाले सुप्रसिद्ध अभिनेता 48 वर्षीय रामजी अवस्थी का मंगलवार को कोरोना से निधन हो गया। एक दिन पहले बुखार आने पर उनको कानपुर हैलट में भर्ती कराया गया था जहां इनकी कोरोना की जांच पॉजिटिव आई थी।
भीतरगांव के मडेपुर गांव निवासी रामजी अवस्थी 20 साल से रामलीला में वाणासुर का अभिनय करते थे। अपने अभिनय को लेकर वे आसपास के जनपदों कानपुर, उन्नाव, जालौन, फतेहपुर, हमीरपुर में भी बेहद मशहूर थे। बड़े बेटे रजत ने बताया कि पांच-छह दिन पहले पिता जी को बुखार आया था जिसका स्थानीय डॉक्टरों से इलाज कराया था। सोमवार को सांस लेने में ज्यादा तकलीफ हुई तो कानपुर में इलाज के लिए भर्ती कराया। यहां कोरोना की जांच पॉजिटिव आई थी। इलाज के दौरान मंगलवार शाम 04:00 बजे उनका निधन हो गया। सूचना पर गांव में मातम पसर गया। परिवार में पत्नी व दो बच्चे रजत व अक्षय हैं। दोनों पढ़ाई कर रहे हैं। राम जी खेती किसानी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। इनके निधन से साथी कलाकारों में शोक की लहर दौड़ गई है। परिवार वालों को अंतिम दर्शन करने तक को शव नहीं दिया गया।