वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच आज 17 जोड़े थामेंगे एक दूजे का हाथ

महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव केंद्रीय मेला कमेटी द्वारा महर्षि वाल्मीकि जयंती पर मोती झील स्थित वाल्मीकि उपवन में सामूहिक विवाह का आयोजन आज किया जाएगा। कोविड नियमावली का पालन करते हुए 17 जोड़े मंत्रोच्चारण के बीच विवाह की रस्में अदा करेंगे।

By Moris SamuelEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 03:24 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 03:24 PM (IST)
वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच आज 17 जोड़े थामेंगे एक दूजे का हाथ
वाल्मीकि उपवन में पाठ से समारोह की शुरुआत करते

कानपुर, जेएनएन। महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव केंद्रीय मेला कमेटी द्वारा महर्षि वाल्मीकि जयंती के मौके पर मोती झील स्थित वाल्मीकि उपवन में सामूहिक विवाह का आयोजन आज रात किया जाएगा। कोविड नियमावली का पालन करते हुए 17 जोड़े मंत्रोच्चारण के बीच विवाह की रस्में अदा करेंगे। कमेटी के मुन्ना हजारिया ने बताया कि कमेटी द्वारा आयोजित ये 23 वां आयोजन होगा। प्रतिवर्ष रामायण ग्रंथ के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा निकालने के बाद बड़े स्तर पर सामूहिक विवाह किया जाता था, मुन्ना हजारिया ने बताया कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस बार शोभायात्रा पर रोक रहेगी। कमेटी द्वारा शोभायात्रा के स्थान पर वाल्मीकि उपवन में रामायण के पाठ से समारोह की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने बताया कि मोतीझील स्थित विवेकानंद स्मारक से बरात उठाकर वाल्मीकि उपवन तक जाएगी। जहां लोगों को मुख्य द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कमेटी द्वारा हर जोड़े को गृहस्थी के सामान के साथ सैनिटाइजर और मास्क देकर संक्रमण से बचने के लिए समाज को संदेश भी दिया जाएगा। कमेटी द्वारा प्रात: महॢष वाल्मीकि की प्रतिमा दूध दही और गंगाजल से स्नान कराकर माल्यार्पण किया गया।

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