कानपुर में राजकीय डिग्री कॉलेजों का रिमोट होगा विश्वविद्यालय के हाथ, शिक्षकों की नियुक्ति भी करेगा

विश्वविद्यालय प्रशासन के पास शासन का पत्र पहुंचने के बाद कॉलेज की प्रशासनिक व्यवस्था के लिए कमेटी तैयार करने का काम प्रारंभ कर दिया है। इन कॉलेजों मेें नई व्यवस्था यह होगी कि केवल यहां प्राचार्य का पद होगा। सभी अधिकार प्राचार्य के पास होंगे।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 02:21 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 02:21 PM (IST)
कानपुर में राजकीय डिग्री कॉलेजों का रिमोट होगा विश्वविद्यालय के हाथ, शिक्षकों की नियुक्ति भी करेगा
जबकि नए कॉलेजों के लिए शासन ने विश्वविद्यालय को जिम्मेदारी सौंपने जा रही

कानपुर, जेएनएन। राजकीय डिग्री कॉलेजों का प्रशासनिक रिमोट अब विश्वविद्यालय के पास होगा। शिक्षकों की नियुक्ति से लेकर उनकी मॉनीटरिंग विश्वविद्यालय प्रशासन करेगा। शासन ने यह अधिकारी विश्वविद्यालयों को दे दिया है। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय च्सीएसजेएमयूज् के अंतर्गत खोले जाने वाले नए कॉलेज की व्यवस्था विश्वविद्यालय के पास होगी। इसमें दो कॉलेज उन्नाव व एक कॉलेज घाटमपुर के तहत संचालित होंगे। दोनों कॉलेज बन रहे हैं जो 2022 में पठन पाठन प्रारंभ हो जाएगा।

इस नई प्रक्रिया के तहत इन कॉलेजों का संचालन विश्वविद्यालय करेगा। इसका प्रशासन व शिक्षकों की नियुक्ति का अधिकारी विश्वविद्यालय के पास होगा। प्रदेश सरकार ने इन कॉलेजों को संघटक कॉलेजों का दर्जा देते हुए इसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय को सौंपने जा रही है। इन कॉलेजों को चलाने के लिए शासन ने सीएसजेएमयू से रणनीति मांगी है। इसकी रूपरेखा तैयार करके अब विश्वविद्यालय शासन के पास भेजेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन के पास शासन का पत्र पहुंचने के बाद कॉलेज की प्रशासनिक व्यवस्था के लिए कमेटी तैयार करने का काम प्रारंभ कर दिया है। इन कॉलेजों मेें नई व्यवस्था यह होगी कि केवल यहां प्राचार्य का पद होगा। सभी अधिकार प्राचार्य के पास होंगे।

शिक्षक व कर्मचारियों की नियुक्ति संविदा पर होगी। नियुक्ति प्रक्रिया विश्वविद्यालय प्रशासन आयोजित करेगा। विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद ही क्लर्क की नियुक्ति भी करेगी। इसके लिए सरकार की ओर से एकमुश्त सहायता राशि ही मिलेगी जबकि बाकी खर्चे विवि को देने होंगे। कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव ने बताया कि पहले इन कॉलेजों में कमीशन से नियुक्ति होती थी। अब विश्वविद्यालय इनके लिए स्वयं नियुक्ति प्रक्रिया आयोजित करेगा। वर्तमान में विश्वविद्यालय से संबद्ध एक अकबरपुर, दो कन्नौज, एक छिबरामऊ, एक शिवराजपुर, एक बिधूना, एक इटावा में कॉलेज संचालित हैं। इनमें नियुक्ति व संचालन की पुरानी व्यवस्था रहेगी, जबकि नए कॉलेजों के लिए शासन ने विश्वविद्यालय को जिम्मेदारी सौंपने जा रही है।

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