अक्षय तृतीया पर फिर कोरोना का ग्रहण, सराफा कारोबारियों ने धीमी की तैयारी की रफ्तार

इस बार अक्षय तृतीया 14 मई को मनाई जाएगी इस दिन सोने की खरीदारी की जाती है। पिछले वर्ष लॉकडाउन की वजह से दुकानें न खुलने से कारोबार पर असर पड़ा था। इस बार भी कोरोना कर्फ्यू में सराफा बाजार बंद है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 12:46 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 12:46 PM (IST)
अक्षय तृतीया पर फिर कोरोना का ग्रहण, सराफा कारोबारियों ने धीमी की तैयारी की रफ्तार
अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदारी होती है।

कानपुर, जेएनएन। धनतेरस की तरह ही अक्षय तृतीया का भी सराफा बाजार को बेसब्री से इंतजार रहता है, लेकिन लगातार दूसरी वर्ष अक्षय तृतीया पर कोरोना का ग्रहण लग गया है। पिछले वर्ष लॉकडाउन की वजह से अक्षय तृतीया पर दुकानें बंद थीं और इस वर्ष भी 17 मई तक कोरोना कफ्र्यू रहने से अक्षय तृतीया पर दुकानें नहीं खुलेंगी। 

पिछले दस वर्षों में अक्षय तृतीया का कानपुर में चलन बढ़ा है। वर्ष 2019 तक बाजारों में अक्षय तृतीया के दिन तमाम ऑफर दिए जाते थे। सराफा कारोबारी भी इसके लिए काफी पहले से तैयारी करने लगते थे ताकि अक्षय तृतीयापर ग्राहकों को दिखाने के लिए जेवर कम न हों। पिछले वर्ष कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा था तो अधिकतर दुकानदारों ने जेवर उठाकर घरों में रख लिए थे और वहीं से उनकी फोटो ग्राहकों को भेजनी शुरू कर दी थीं, लेकिन इस बार कारोबारियों को ऐसा मौका नहीं मिला। एक से तीन मई का कफ्र्यू जो लगा तो वह बढ़ता ही जा रहा है। अब यह 17 मई की सुबह तक के लिए हो गया है।

वहीं अक्षय तृतीया 14 मई को है। सराफा कारोबारी विनीत मिश्रा के मुताबिक जिस तरह से 20 अप्रैल के आसपास स्थितियां खराब होने लगी थीं। कारोबारियों ने अपनी तैयारियों की रफ्तार धीमी कर दी थी। कुछ लोगों ने जरूर लाइटवेट ज्वैलरी की तैयारी की थी। पिछले वर्ष लोगों में कोरोना के दौरान भी जेवर खरीदने की उत्सुकता थी, लेकिन इस बार ऐसा देखने में नहीं आ रहा है। शायद बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने और अपनों के निधन की वजह से ऐसा हुआ। यूपी सराफा एसोसिएशन के सचिव राम किशोर मिश्रा के मुताबिक ज्यादातर लोगों ने अपने यहां विवाह समारोह को सर्दियों के लिए आगे बढ़ा दिया है। लगातार दूसरे वर्ष कोरोना की वजह से अक्षय तृतीया पर बाजार बंद रहेगा।

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