जालौन यौन शोषण केस: पीडि़तों के स्वजन मुकदमा लिखाने का नहीं जुटा पा रहे साहस, आइजी ने दिया आश्वासन
तीन नाबालिगों के बाद अब कोई भी पीडि़त नहीं आ रहा है आगे। आरोपित के घर पर पड़ताल की लोगों को दिया आश्वासन। कहा कि कुछ और लोग भी मामले में हो सकते हैं शामिल। सेवानिवृत्त कानूनगो रामबिहारी राठौर उरई जेल में बंद है।
उरई, जेएनएन। यौन उत्पीडऩ प्रकरण में अपनी वेदना पुलिस तक पहुंचाने वाले तीन नाबालिगों के बाद अब बाकी दहशत में हैं। इसके पीछे पुलिसिया सिस्टम है। वह बेवजह के सवालों से हैरान-परेशान हैं। इसलिए जांच से बचने को इधर-उधर हो रहे हैं।
सेवानिवृत कानूनगो प्रकरण में कई महत्वपूर्ण सुबूत मिलने के बाद भी अब तक तीन मुकदमे ही दर्ज हुए हैं। इससे पुलिस की जांच अधर में लटकी है। उनके दिल और दिमाग में आरोपित का खौफ भरा है। पहले आरोपित को पुलिस की ओर से मिली शह के कारण अभी तक अभिभावक विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। दो पीडि़तों के स्वजन से पुलिस मुकदमा दर्ज कराने को लेकर लगातार संपर्क कर रही है। जांच अधिकारी उदय भान गौतम का कहना है कि पीडि़त और उनके स्वजन डरे हुए हैं। उन्हें समझाया जा रहा है। आरोपित को कड़ी सजा दिलाने के लिए सभी को पुलिस का सहयोग करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि जिले के कोंच कस्बे के मोहल्ला भगत सिंह नगर से सेवानिवृत्त कानूनगो रामबिहारी राठौर को 13 जनवरी को नाबालिगों के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह उरई जेल में बंद है।
सुबूत जुटा रहीं टीमें, मिलेगी कड़ी सजा : आइजी
बुधवार को झांसी रेंज के आइजी सुभाष चंद्र बघेल ने अचानक पहुंचकर पड़ताल की। उन्होंने कहा कि साइबर और फॉरेंसिक टीमें सुबूत जुटा रहीं हैं। आरोपित को कड़ी सजा मिलेगी। लोगों से बातचीत करके उन्हें भी आश्वासन दिया। आइजी ने वह कमरा भी देखा, जहां आरोपित नाबालिगों का यौन शोषण करने के साथ ही वीडियो भी बनाता था।