महोबा में भांवर से पहले दुल्हन बोली...नहीं करूंगी शादी मुझे दूल्हा पसंद नहीं

Intresting Wedding News जयमाल कार्यक्रम भी उत्साह के साथ निपट गया। आधी रात के बाद दुल्हन को भांवर के लिए मंडप में लाया गया। ज्योंही लड़का-लड़की का गठबंधन कर फेरे लेने की तैयारी होने लगी तभी लड़की ने कहा कि वह इस लड़के से शादी नहीं करेगी

By Akash DwivediEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 03:55 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 03:55 PM (IST)
महोबा में भांवर से पहले दुल्हन बोली...नहीं करूंगी शादी मुझे दूल्हा पसंद नहीं
दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से हिसाब किताब कर शादी न करने का फैसला लिया

कानपुर, जेएनएन।intresting Wedding News : महोबा में गुरुवार को झांसी के उन्नाव गेट से कुलपहाड़ तहसील के मुढ़ारी गांव बरात आई थी। धूमधाम के साथ बरातियों का स्वागत हुआ। जयमाल कार्यक्रम भी उत्साह के साथ निपट गया। आधी रात के बाद दुल्हन को भांवर के लिए मंडप में लाया गया। ज्योंही लड़का-लड़की का गठबंधन कर फेरे लेने की तैयारी होने लगी, तभी लड़की ने कहा कि वह इस लड़के से शादी नहीं करेगी, उसे यह पसंद नहीं है। दोनों पक्षों ने पूछा कि कारण तो बताओ, लेकिन लड़की ने कहा बस उसे पसंद नहीं है। पूरी रात पंचायत भी हुई, नतीजा सिफर रहा। आखिर दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से हिसाब किताब कर शादी न करने का फैसला लिया और बरात बिना दुल्हन के ही वापस हो गई।

24 जून को तहसील कुलपहाड़ के ग्राम मुढारी में अनुसूचित समाज की एक लड़की की शादी थी, जिसकी बरात झांसी के उन्नाव गेट के पास से आई थी। गुरुवार को बरात गांव पहुंची तो दूल्हे सहित पूरी बरातियों का भरपूर स्वागत किया गया। शादी की अन्य रश्में प्रारंभ हुईं। जयमाला का कार्यक्रम भी खुशी खुशी पूरा हो गया। इसके बाद चढ़ावा (जेवर) भी वर पक्ष ने चढ़ाया।

मंडप सामने आते कर दिया शादी से इन्कार : जब आधी रात के बाद भांवर के कार्यक्रम के लिए तैयारी हो रही थी और लड़की को बुलाया गया। लड़की ने मंडप में ही सभी के सामने कहा कि उसे दूल्हा पसंद नहीं है। इससे शादी नहीं करेगी। जिसकी वजह वर पक्ष एवं समस्त बारातियों ने जाननी चाही और पूछा तो लड़की ने कहा की मुझे लड़का पसंद नहीं है। पंचायत के लिए दोनों पक्ष पूर्व प्रधान उमाशंकर मिश्र के दरवाजे जा पहुंचे।

आपकी और गांव वालों की बदनामी होगी : यहां लड़का और लड़की एवं समस्त रिश्तेदारों को बुलाकर लड़की को समझाने की कोशिश की गई कि इस तरह के वाक्या होने से आपकी और गांव की बदनामी होती है। अत: किसी भी प्रकार से सामंजस्य स्थापित करके शादी को पूर्ण किया जाए। इसमें वर एवं वधू पक्ष दोनों की भलाई है। लाख समझाने के बाद भी लड़की ने पूरी पंचायत के सामने अपना फरमान सुनाया कि मैं यह शादी करने के लिए किसी भी प्रकार से सहमत नहीं हूं। अंत में शुक्रवार को दूल्हा बगैर दुल्हन के पूरी बरात लेकर बैरंग लौट गया। गांव में चर्चा थी कि अगर लड़का पसंद नहीं था तो टीका की रस्म एवं जयमाला क्यों डाली गई। जेवर क्यों चढ़वाया गया। शादी के पहले भी मना कर सकती थी। कोतवाली प्रभारी विजय कुमार सिंह ने बताया कि इस तरह का मामला कोई संज्ञान में नहीं आया है।

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