कानपुर के 34 फीसद विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाएं लापता, एडी बेसिक ने तैयार कराई रिपोर्ट
एडी बेसिक केसी भारती ने बताया कि हर माह जो कानपुर मंडल की रिपोर्ट तैयार कराई जाती है वह हर माह मंडलायुक्त को भेजी जाती है। मंडलायुक्त कार्यालय से जो निर्देश मिलते हैं उसका क्रियान्वयन हर बीएसए को करना होता है।
कानपुर, जेएनएन। जिस आपरेशन कायाकल्प के तहत शासन के अफसर चाहते हैं, कि परिषदीय विद्यालयों की सूरत बदल जाए, जिले में उसकी हकीकत यह है कि 34 फीसद स्कूलों में अवस्थापना सुविधाएं ही लापता हैं। एडी बेसिक कानपुर मंडल ने जून की जो रिपोर्ट तैयार कराई, उससे यह हकीकत सामने आई है। दरअसल आपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों में 14 अलग-अलग बिंदुओं पर काम किया जाना है। हालांकि, मंडल के किसी भी जिले की स्थिति अच्छी नहीं है। सोचिए, जब 34 फीसद स्कूलों में कोई काम ही नहीं हुआ तो मार्च 2022 तक यह लक्ष्य आखिर अफसर कैसे पूरा कर पाएंगे।
हर माह मंडलायुक्त को भेजी जाती है रिपोर्ट: एडी बेसिक केसी भारती ने बताया कि हर माह जो कानपुर मंडल की रिपोर्ट तैयार कराई जाती है, वह हर माह मंडलायुक्त को भेजी जाती है। मंडलायुक्त कार्यालय से जो निर्देश मिलते हैं, उसका क्रियान्वयन हर बीएसए को करना होता है। हालांकि हर जिले में स्थिति बद से बदतर ही है।
आंकड़े देते गवाही:
जिला कुल स्कूलों की संख्या अब तक काम हुआ कुल फीसद
इटावा 1443 1267 87.80
औरैया 1451 1102 75.95
कन्नौज 1459 1096 75.12
कानपुर नगर 1788 1182 66.11
फर्रुखाबाद 1576 1340 85.03
कानपुर देहात 1920 1460 76.04
स्कूल बंद होने के बावजूद नहीं हो पा रहा काम: उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का कहना है, कि स्कूल बंद होने के बावजूद काम नहीं हो पा रहा है। अगर कक्षाएं संचालित होंगी तो कहां से काम हो पाएगा। अफसरों के लिए तो काम कराने को लेकर अच्छा मौका है।