अस्पतालों में संक्रमण, कागजों में नियंत्रण

जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर व अन्य संबद्ध अस्पतालों में लापरवाही

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Sep 2018 01:43 AM (IST) Updated:Thu, 13 Sep 2018 01:43 AM (IST)
अस्पतालों में संक्रमण, कागजों में नियंत्रण
अस्पतालों में संक्रमण, कागजों में नियंत्रण

जागरण संवाददाता, कानपुर : शासन की सख्ती के बाद भी जीएसवीएम मेडिकल कालेज एलएलआर (हैलट) व संबद्ध अस्पतालों में इंफेक्शन कंट्रोल के इंतजाम कागजों पर चल रहे हैं। हकीकत इसके एकदम उलट है। अस्पताल परिसर गंदगी से पटे पड़े हैं। गंदगी में सूअरों के झुंड एवं आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं। मरीज मुश्किलों से जूझ रहे हैं, इंफेक्शन से उनके घाव पकने लगे हैं लेकिन उनकी पीड़ा को न कोई देखने वाला है और न ही कोई सुनने वाला।

अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज जच्चा-बच्चा अस्पताल की स्थिति सबसे खराब है। अस्पताल के मुख्य गेट से लगा नगर निगम का कूड़ाघर है। यहां रोजाना लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलॉजी) का बायोमेडिकल वेस्ट फेंका जाता है। कूड़ाघर की तरफ पहली मंजिल स्थित पर अस्पताल का सबसे संवेदनशील हाई रिस्क पोस्ट आपरेटिव सर्जिकल वार्ड है। इससे लगे हुए आपरेशन थियेटर हैं। कूड़ाघर में सड़ते मेडिकल वेस्ट से अस्पताल में इंफेक्शन फैल रहा है। इसकी वजह से पोस्ट आपरेटिव सर्जिकल वार्ड में भर्ती 17 प्रसूताएं भर्ती हैं। उनमें से 10 के टांके पक गए हैं। सीएमएस डॉ. सुनीता भटनागर का कहना है कि कई बार कॉलेज प्रशासन को भी समस्या से अवगत कराया है। साथ ही जिला प्रशासन से लेकर नगर निगम को पत्र लिखा है। इसकी पूरी फाइल तैयार हो गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इनसेट

एनआइसीयू में इंफेक्शन का खतरा

जच्चा-बच्चा अस्पताल के ठीक पीछे की तरफ बाल रोग विभाग का एनआइसीयू है। यहां औसतन 60-70 बच्चे भर्ती रहते हैं। उनके माता-पिता बाहर जमीन पर डेरा जमाए रहते हैं। पीछे की तरफ परिसर में गंदगी फैली है। पाइप लाइन ध्वस्त होने से जलभराव है। वहां गंदगी में सूअरों का झुंड एवं आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं। इससे भी गंभीर बीमारी फैलने का खतरा रहता है।

एलएलआर में भी सीवर भराव

एलएलआर अस्पताल के वार्ड 15, 16, 18 के पीछे सीवर भराव है। उसमें सूअर लोटते हैं। बर्न वार्ड के बाहर बरामदे की तरफ गंदगी रहती है। उनके एयर कटर भी खराब पड़े हैं। खिड़कियों की जालियां टूटी हैं, दरवाजे भी टूटे हैं। सर्जरी वार्ड में मरम्मत कार्य चलने से स्थिति और खराब है। ऐसे हालात में इंफेक्शन कंट्रोल की रिपोर्ट कागजों पर ही बनाई जा रही है। ''जच्चा-बच्चा के आपेरशन थियेटर में इंफेक्शन की रिपोर्ट आई थी। इसके लिए उन्हें सुधार के निर्देश दिए हैं। बेवजह जमावड़े पर रोक लगाई जाएगी। कूड़ाघर हटाने एवं सूअर पकड़ने के लिए नगर निगम को पत्र लिखा है। कई दरवाजे होने से भी समस्या होती है। कार्डियोलॉजी का चिकित्सकीय कचरा खुले में न फेंका जाए, इसके लिए व्यवस्था दुरुस्त कराएंगे।- डॉ. आरके मौर्या, प्रमुख अधीक्षक, एलएलआर एवं संबद्ध अस्पताल।

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