आवासीय क्षेत्रों में चल रही औद्योगिक इकाइयां, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने केडीए व नगर निगम को कार्रवाई को लिखा पत्र

इस प्लांट में सीसामऊ नाला के एक हिस्सा का छह करोड़ लीटर दूषित पानी ट्रीट के लिए राखी मंडी जूही पंपिंग स्टेशन से होता हुआ जाता है। बिनगवां में गंदा नाला हलवाखाड़ा नाला सीओडी नाला और सीसामऊ नाला का दूषित पानी ट्रीट होता है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 03:45 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 05:33 PM (IST)
आवासीय क्षेत्रों में चल रही औद्योगिक इकाइयां, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने केडीए व नगर निगम को कार्रवाई को लिखा पत्र
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में पांडु नदी में गिरने वाले नालों के दूषित पानी को ट्रीट करके डाला जाता है

कानपुर, जेएनएन। नगर निगम, केडीए और केस्को को नहीं दिख रही आवासीय क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयां चल रही है। सीसामऊ नाले के जल ने पोल खोल दी। नाले के जल के नमूने में केमिकल आक्सजीन डिमांड (सीओडी) की मात्रा पचास फीसद ज्यादा मिली है। यह सीओडी तभी बढ़ती है जब औद्योगिक इकाइयों का उत्प्रवाह नाले में मिलता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने नगर निगम और केडीए को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।

बिनगवां में बने 210 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में पांडु नदी में गिरने वाले नालों के दूषित पानी को ट्रीट करके डाला जाता है।

इस प्लांट में सीसामऊ नाला के एक हिस्सा का छह करोड़ लीटर दूषित पानी ट्रीट के लिए राखी मंडी जूही पंपिंग स्टेशन से होता हुआ जाता है। बिनगवां में गंदा नाला, हलवाखाड़ा नाला, सीओडी नाला और सीसामऊ नाला का दूषित पानी ट्रीट होता है। जल निगम ने पिछले दिनों प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों से शिकायत की कि इसमें औद्योगिक इकाइयों का दूषित पानी घरेलू नाले में आ रहा है।

इसके कारण ट्रीट करने में दिक्कत हो रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जल निगम ने पिछले दिनों सीसामऊ नाला का राखी मंडी पंपिंग स्टेशन के पास पानी की जांच करायी तो मामले का खुलासा हुआ। सीओडी 680 मिली ग्राम प्रति लीटर मिली है, जबकि सीओडी साढ़े चार सौ मिलीग्राम प्रति लीटर होनी चाहिए। पचास फीसद नाले में सीओडी मिलने के बाद खलबली मच गयी। इससे साफ है कि कहीं न कहीं आवासीय क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयां चल रही है। सीसामऊ के राखी मंडी पंपिंग स्टेशन तक नाले से जोड़ा गया कोई औद्योगिक क्षेत्र नहीं है। ऐसे में साफ है कि आवासीय क्षेत्र में धड़ल्ले से औद्योगिक इकाइयां चल रही है।

इन इलाकों से सीसामऊ नाला जाता राखी मंडी पंपिंग स्टेशन : खालासी लाइन, ग्वालटोली, बेनाझाबर कालोनी, तिलक नगर, मैकरावर्टगंज, फजलगंज, भन्नानापुरवा, हर्षनगर. चमनगंज, बांसमंडी रायपुरवा, आचार्य नगर रिहायशी क्षेत्र पड़ते है।

इनका ये है कहना

नाले में सीओडी की मात्रा ज्यादा मिलने से साफ है कि आवासीय क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयां चल रही है। इन पर कार्रवाई के लिए नगर निगम व केडीए को पत्र लिखा है।

                                                              - डॉ एके माथुर, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड 

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