Indian Railways: कपूरथला की रेल कोच फैक्ट्री के लिए कानपुर में बनेंगे असेंबल बोगी फ्रेम

कोच फैक्ट्री कपूरथला ने शहर की वेद सेसोमैकेनिका कंपनी को 25 असेंबल बोग्री फ्रेम बनाने का आर्डर दिया है। अब यहीं बोगी में व्हील ब्रेक मोटर एक्सेल लगाए जाएंगे अबतक सामान्य बोगी फ्रेम 3.25 लाख की बनती है लेकिन असेंबल 16 लाख में तैयार होगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 07:59 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 07:59 AM (IST)
Indian Railways: कपूरथला की रेल कोच फैक्ट्री के लिए कानपुर में बनेंगे असेंबल बोगी फ्रेम
कानपुर की फैक्ट्री को 25 असेंबल बोगी फ्रेम का आर्डर मिला है।

कानपुर, जेएनएन। अभी तक कानपुर में सिर्फ ट्रेनों के कोच के बोगी फ्रेम बनते हैं लेकिन अब यहां पूरी तरह असेंबल बोगी फ्रेम बनने शुरू होने जा रहे हैं। रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला ने शहर की वेद सेसोमैकेनिका कंपनी को 25 असेंबल बोग्री फ्रेम बनाने का आर्डर दिया है। असेंबल बोगी फ्रेम में एक्सेल, व्हील, मोटर, ब्रेक आदि सभी कुछ होगा और यह एक कार की तरह खुद चलने और रुकने में सक्षम होगा। 

कानपुर में राजधानी, शताब्दी, तेजस जैसी देश की महत्व ट्रेनों के बोगी फ्रेम बनते हैं। इसके अलावा पुणे और कोलकाता मेट्रो के बोगी फ्रेम भी शहर में बन रहे हैं लेकिन अभी तक यहां असेंबल बोगी फ्रेम नहीं बन रहे हैं। असेंबल बोगी फ्रेम में पहिए, मोटर, ब्रेक सभी कुछ होता है। इसे पटरी पर आराम से चलाया जा सकता है। असेंबल बोगी फ्रेम के बनने के बाद इसके ऊपर सिर्फ कोच का ढांचा बनाना रह जाता है। कपूरथला से अगले तीन माह यानी दिसंबर 2021 तक कंपनी को 25 बोगी फ्रेम बनाकर टेस्टिंग के लिए देने हैं। इसके बाद बोगी फ्रेम के क्षेत्र में कानपुर के लिए एक नया रास्ता खुल जाएगा।

सामान्य बोगी फ्रेम की कीमत करीब 3.25 लाख रुपये होती है। वहीं असेंबल बोगी फ्रेम की लागत करीब 16 लाख रुपये होती है। इससे कार्य के साथ मुनाफा भी बढ़ जाता है। बोगी फ्रेम बनाने वाली किसी भी कंपनी के लिए असेंबल बोगी बनाने का आर्डर ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में होता है।

इटली भी भेज चुके मेट्रो के बोगी फ्रेम

मेट्रो के लिए बोगी फ्रेम बनाकर इटली भेजे जा चुके हैं। इटली के मानक में खरे उतरे बोगी फ्रेम पर मेट्रो के लिए कोच तैयार किए गए हैं। ये सभी कोच समुद्री रास्ते से पुणे भारत भेज दिए गए हैं, जो एक माह में पहुंच जाएंगे।

-पूरे प्रदेश में सिर्फ रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री में ही यह सुविधा है। निजी क्षेत्र में प्रदेश की कोई कंपनी इसे नहीं बना रही है। इससे आर्डर मिलने की राह और आसान होगी। -आरएन त्रिपाठी, प्रबंध निदेशक, वेद सेसोमैकेनिका।

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