Indian Railways: पहली बार कानपुर आ रही ड्वार्फ ट्रेन, कारोबारियों को भाड़े में भी मिलेगी छूट
ड्वार्फ ट्रेन 20 सितंबर को मुंबई के जेएनपीटी से विदेश से आए माल को लेकर कानपुर के लिए रवाना हुई थी इससे कंटेनर की किल्लत दूर होने के साथ ही माल भाड़े में भी कारोबारियों को राहत मिलेगी। पहली बार रूट क्लियरेंस नहीं मिल सकी है।
कानपुर, जेएनएन। कम ऊंचाई के कंटेनर (ड्वार्फ) की ट्रेन गुरुवार को पहली बार कानपुर आ रही है। 20 सितंबर को मुंबई स्थित जवाहरलाल नेहरू पोर्ट आफ ट्रस्ट (जेएनपीटी) से इस ट्रेन को केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी, जल मार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने रवाना किया था। लाजिस्टिक क्षेत्र से जुड़े कारोबारियों के मुताबिक इससे कंटेनर की किल्लत की समस्या तो दूर होगी ही, साथ ही भाड़े की कीमतें भी कम होंगी। यह ट्रेन गुरुवार को पनकी इनलैंड कंटेनर डिपो में आएगी।
कोरोना काल में कंटेनर की किल्लत महसूस की जा रही है। इसकी वजह से भाड़ा तेजी से बढ़ रहा है। ड्वार्फ कंटेनर का यूं तो करीब तीन वर्ष पहले देश में चलन शुरू हुआ था लेकिन अभी तक देश के अंदर ही एक स्थान से दूसरे स्थान माल भेजने के लिए इसका इस्तेमाल होता रहा लेकिन पहली बार विदेश से आया माल इस ट्रेन से आ रहा है । इन कंटेनर को डबल डेकर के रूप में चलाने के लिए बनाया गया है ताकि एक के ऊपर एक कंटेनर रखकर ट्रेन को चलाया जा सके जिससे एक समय में ज्यादा माल ले जाया जा सके।
ड्वार्ड कंटेनर की खासियत
- 08 फीट होती है सामान्य कंटेनर की ऊंचाई।
- 66 सेंटीमीटर कम होती है ड्वार्फ कंटेनर की ऊंचाई।
- 40 टन माल सामान्य कंटेनर में जा सकता है।
- 71 टन माल एक के ऊपर एक कंटेनर रख ले जाया जा सकता है।
-पहली बार ड्वार्फ ट्रेन कानपुर आ रही है। इसे डबल डेकर के रूप में आना था लेकिन पहली बार आने की वजह से मुंबई से कानपुर के रूट पर क्लियरेंस नहीं मिली। एक के ऊपर एक दो कंटेनर रखे होने के बाद भी कंटेनर ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) लाइन से नीचे ही रहेंगे। इसके लिए भाड़े में छूट की बात भी कही गई है। -शादाब खान, उप महाप्रबंधक, कानपुर लाजिस्टिक पार्क लिमिटेड, पनकी इनलैंड कंटेनर डिपो।