इस बार राष्ट्रपति नहीं चख पाएंगे भाभी के हाथ के खाने का स्वाद, जानिए- क्यों रहेगा खानपान से परहेज
बिहार का राज्यपाल बनने के बाद जब भी कभी वह घर आए तो भाभी विद्यावती के हाथों का बनाया खाना ही खाते थे। लेकिन इस बार हार्ट की बाइपास सर्जरी के चलते राष्ट्रपति के खानपान में परहेज है और परिवार को मना कर दिया गया है।
कानपुर, जेएनएन। बिहार के राज्यपाल रहते हुए जब भी राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द जिले में आते थे तो अपनी भाभी विद्यावती के घर पर ही खाना खाते थे। इस बार भी परिवार भोजन को लेकर पूरी तैयारी किए था, लेकिन राष्ट्रपति के हार्ट की बाइपास सर्जरी होने के चलते खाने में कई चीजों का परहेज है। इसलिए पहले से ही उन्होंने परिवार को भोजन के लिए मना कर दिया है।
राष्ट्रपति बनने के बाद से पहली बार राम नाथ कोविन्द जिले में आ रहे हैं। पैतृक गांव परौंख में वह अपनी भाभी विद्यावती और उनकी बेटियों से मुलाकात करेंगे, भाई प्यारेलाल के परिवार से भी मुलाकात होगी। राष्ट्रपति को बचपन से देखने व लालन-पालन करने वाली भाभी विद्यावती से उनका बड़ा स्नेह है। राष्ट्रपति बनने से पहले बिहार के राज्यपाल व राज्यसभा सदस्य रहते हुए वह जब भी यहां आए, अपनी भाभी के झींझक स्थित आवास पर गए और उनके हाथों का बना भोजन किया।
लेकिन, इस बार राष्ट्रपति को घर का यह भोजन याद आएगा। उनके आने की जानकारी पर परिवार तैयारी में था कि उनको भोजन कराएंगे, लेकिन निर्देश मिले कि सर्जरी के चलते अभी खाने में कई चीजों का परहेज व ध्यान रखा जा रहा। ऐसे में घर का खाना इस बार नहीं खाएंगे। विद्यावती कहतीं हैं कि भोजन लेकर नहीं जाएंगे, लेकिन मुलाकात में सबसे पहले सेहत के बारे में जानकारी लूंगी और बात करूंगी। उनकी सेहत की बहुत चिंता रहती है। बीमार हुए तो शिवमंदिर में पूजा भी कराई थी कि जल्द ठीक हो जाएं।
आबादी के हिसाब से सुरक्षा इंतजाम
राष्ट्रपति के कार्यक्रम में आबादी के हिसाब से सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखा जा रहा है। जिले के चार थानाक्षेत्र से गुजरने वाले रेलवे ट्रैक किनारे आबादी व पुखरायां बाजार में मकानों में रहने वालों की जानकारी पुलिस जुटा रही है। 25 जून को दिल्ली से राष्ट्रपति को लेकर प्रेसीडेंशियल ट्रेन निकलेगी, जो यहां के मंगलपुर क्षेत्र के झींझक स्टेशन व रूरा स्टेशन पर रुकेगी। राष्ट्रपति ट्रेन से उतरकर लोगों का अभिवादन स्वीकार करेंगे। इसके बाद कानपुर रवाना हो जाएंगे।
कानपुर की सीमा तक जाने में आखिरी में शिवली क्षेत्र पड़ता है। ऐसे में मंगलपुर, रूरा, अकबरपुर व शिवली पुलिस रेलवे ट्रैक किनारे बस्ती, जनसंख्या, ट्रैक से दूरी समेत अन्य जानकारी जुटा रही है। 26 को कानपुर में रुकने के बाद वह 27 को जिले में आएंगे। राष्ट्रपति पुखरायां में सड़क मार्ग से अपने मित्र के घर जाएंगे। रास्ते में पडऩे वाले भवनों व उसमें रहने वालों की भी जानकारी ली गई है। रेलवे ट्रैक किनारे से लेकर भवनों की छत पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। एसपी केशव कुमार चौधरी ने बताया कि कड़े सुरक्षा इंतजाम रहेंगे।