'दौड़ लगाने से कुछ नहीं हाेगा, जीजा से कहकर सेना में करा दूंगा भर्ती'...कहकर युवाओं से 12 लाख की ठगी

कमालगंज क्षेत्र के गांव गदनपुर देवराजपुर निवासी कुलदीप कुमार ने क्षेत्र के ही गांव बरिया नगला निवासी शिवचंद्र कुशवाह पर धोखाधड़ी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। कुलदीप के मुताबिक नवंबर 2019 में सेना भर्ती चल रही थी।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 08:26 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 08:26 PM (IST)
'दौड़ लगाने से कुछ नहीं हाेगा, जीजा से कहकर सेना में करा दूंगा भर्ती'...कहकर युवाओं से 12 लाख की ठगी
आर्मी में फर्जीवाड़ा के मामले की प्रतीकात्मक फोटो।

फर्रुखाबाद, जेएनएन। 'दौड़ लगाने से कुछ नहीं होगा। सेना में मेरा जुगाड़ है। जीजा छावनी में सीओ हैं, उनसे कहकर भर्ती करा दूंगा।' शातिर के इन शब्दों ने सेना भर्ती की तैयारी कर रहे 12 युवकों को ठगी के बुने उसके जाल में फंसा दिया। किसी ने भर्ती के लिए करीब सवा लाख तो किसी ने डेढ़ लाख रुपये दे दिए। करीब 20 लाख रुपये बटोर कर शातिर दो साल तक युवकों को टहलाता रहा। पहले फर्जी एडमिट कार्ड दिए। इसके बाद बिना परीक्षा के ही ज्वाइनिंग लेटर भी थमा दिए, जिसे लेकर पीडि़त युवक विभिन्न शहरों में सेना में शामिल होने के लिए भटकते रहे। अब पुलिस में शिकायत की है। सीओ अमृतपुर के आदेश पर सोमवार को षड्यंत्र के तहत धोखाधड़ी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। 

कमालगंज क्षेत्र के गांव गदनपुर देवराजपुर निवासी कुलदीप कुमार ने क्षेत्र के ही गांव बरिया नगला निवासी शिवचंद्र कुशवाह पर धोखाधड़ी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। कुलदीप के मुताबिक नवंबर 2019 में सेना भर्ती चल रही थी। वह और गांव के संग्राम सिंह, निर्जेश कुमार, विनोद कुमार, जहानगंज क्षेत्र के गांव सिरोंज निवासी अतुल और एटा जिले के राजा का रामपुर क्षेत्र के गढिय़ा हरवे निवासी अभय प्रताप सिंह, उपेंद्र कुमार, रजिस्टर ङ्क्षसह, तरुण कुमार, मेरापुर क्षेत्र के अमरापुर निवासी लोकेश कुमार, जिला फीरोजाबाद के शिकोहाबाद क्षेत्र के शंभू नगर निवासी सागर यादव, शमसाबाद क्षेत्र के मुजफ्फर पट्टी कुइयांखेड़ा निवासी विकास कुमार फतेहगढ़ के ब्रह्मदत्त द्विवेदी स्टेडियम में तैयारी करते थे। वहां पर शिवचंद्र भी आता था। उसने कहा कि दौड़ लगाने से कुछ न होगा। उसने अपने जीजा उदयचंद्र कुशवाह के छावनी में सीओ होने की जानकारी दी। बोला, उनके माध्यम से वह कई लोगों की नौकरी दिला चुका है। उसने कुलदीप से 1.38 लाख, अतुल से 1.60 लाख, संग्राम ङ्क्षसह से 1.42 लाख, निर्जेश कुमार से 1.33 लाख, विनोद कुमार से 67 हजार व अन्य लोगों से रुपये लिए। इसके बाद एडमिट कार्ड और फिर ज्वाइङ्क्षनग लेटर दिया। उन लोगों को जबलपुर, बरेली आदि स्थानों पर घुमाता रहा। सेना भर्ती रिजल्ट में उन लोगों का नाम नहीं था। कई महीनों तक आरोपित टाल मटोल करता रहा। बाद में यह पता चला कि एडमिट कार्ड और ज्वाइनिंग लेटर फर्जी हैं। प्रभारी कोतवाल कमलेश कुमार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। 

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